शिमला. हिमाचल प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल ने स्वर्ण जयंती नई खेल नीति-2021 को लागू करने को मंजूरी दी है. अब इस नीति के तहत प्रदेश के खिलाड़ियों के अच्छे दिन आएंगे और सरकारी नौकरियों में आरक्षण बढ़ाकर तीन फीसदी होगा. साथ ही डाइट मनी दोगुनी और पुरस्कार राशि में भी बढ़ोतरी की जाएगी.
नई नीति के अनुसार, यदि कोई खिलाड़ी ओलंपिक, शीत ओलंपिक, पैरालंपिक खेलों में गोल्ड जीतेगा तो उसे तीन करोड़ रुपये, सिल्वर मेडल पर दो करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेता को एक करोड़ रुपये मिलेंगे. खिलाड़ी के घायल होने पर एक लाख का बीमा कवर दिया जाएगा. 20 साल बाद नई खेल नीति लागू होगी और राजनेताओं को खेल संघों से बाहर रखा गया है. खिलाड़ियों को पदाधिकारी संघों का मुखिया बनाया जाएगा. जानकारी के अनुसार, नई खेल नीति को सरकारी और निजी क्षेत्र की भागीदारी से आगे बढ़ाया जाएगा और एक खेल के लिए एक ही संघ बनेगा. इससे पहले, दो बार नई खेल नीति पर कैबिनेट की बैठक से मंजूरी नहीं मिल पाई थी. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने नई खेल नीति में कुछ संशोधन के सुझाव दिए थे.
ओलंपिक, शीत ओलंपिक, पैरालंपिक गेम्स में गोल्ड हासिल करने वाले खिलाड़ी को तीन करोड़ रुपये देने का फैसला लिया गया है. सिल्वर मेडल वाले को दो करोड़, कांस्य मेडल वाले को एक करोड़ और गेम्स में भाग लेने वाले को 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा. एशियन व पैरा एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ व पैरा कॉमनवेल्थ गेम्स और चार साल में होने वाले ओलंपिक के विश्व कप, विश्व चैंपियनशिप या पैरा वर्ल्ड गेम में गोल्ड मेडल पर 50 लाख, सिल्वर पर 30 लाख और कांस्य मेडल पर 20 लाख रुपये का ईनाम मिलेगा. विश्व विश्वविद्यालय गेम्स व यूथ ओलंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने पर 10 लाख, सिल्वर पर छह लाख और कांस्य पर चार लाख, यूथ एशियन गेम्स व एशियन या कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप, यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स व सीनियर नेशनल चैंपियनशिप अथवा पैरा नेशनल खेल में गोल्ड पर पांच लाख, सिल्वर पर तीन लाख और कांस्य पर दो लाख दिया जाएगा. एसएएफ गेम्स में गोल्ड मेडल पर छह, सिल्वर मेडल पर चार लाख व कांस्य पर तीन लाख और नेशनल स्कूल गेम्स या खेलो इंडिया, ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी या खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट, नेशनल वुमेन स्पोर्ट्स फेस्टिवल और ऑल इंडिया रूरल स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में गोल्ड जीतने पर एक लाख, सिल्वर जीतने पर 60 हजार व कांस्य पर 40 हजार का नकद पुरस्कार दिया जाएगा.
अमर उजाला की खबर के अनुसार, नई नीति में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर हिमाचल के खिलाड़ी को 10 लाख, प्रतिभाग करने पर दो लाख दिया जाएगा. साथ ही नॉन-ओलंपिक सीनियर नेशनल खेल व विशेष ओलंपिक (राष्ट्रीय) में गोल्ड पर तीन लाख, सिल्वर पर डेढ़ लाख और कांस्य पर एक लाख रुपये जबकि नॉन ओलंपिक जूनियर नेशनल में गोल्ड पर 50 हजार, सिल्वर पर 30 हजार और कांस्य पर 20 हजार, विशेष ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स में गोल्ड जीतने पर 15 लाख, सिल्वर पर 10 और कांस्य पर पांच लाख रुपये दिए जाएंगे. किसी ओलंपिक इवेंट में नया विश्व रिकॉर्ड बनाने पर एक करोड़, एशियन या कॉमनवेल्थ गेम में रिकॉर्ड बनाने पर 50 लाख और नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. वहीं, परशुराम या गुरु वशिष्ठ अवार्ड मिलने पर अब पांच लाख रुपये दिए जाएंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली की गाजीपुर मंडी में लावारिस बैग से मिला IED, एनएसजी ने कंट्रोल्ड ब्लास्ट कर किया निष्क्रिय
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