इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में बड़नगर से कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के बेटे दुष्कर्म के आरोपी करण मोरवाल और शासकीय चिकित्सालय के मेडिकल प्रभारी डा देवेन्द्र स्वामी के खिलाफ इंदौर पुलिस ने कोर्ट के आदेश के बाद धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने बचने के लिए डॉक्टर के साथ मिलकर शासकीय अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज की जगह पर करण ने खुद के भर्ती होने के फर्जी दस्तावेज बनवा लिए थे.फिलहाल करण मोरवाल रेप केस में जमानत पर है.
दरअसल, अब इस मामले में नया मोड़ सामने आया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक बड़नगर विधायक मुरली मोरवाल का बेटे करण के खिलाफ कांग्रेस नेत्री के साथ दुष्कर्म करने के मामले में लगभग 8 महीने पहले महिला थाने में केस दर्ज किया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने कोर्ट को गुमराह कर अग्रिम ज़मानत लेने के उद्देश्य से बड़नगर सरकारी अस्पताल का एक फ़र्ज़ी दस्तावेज कोर्ट में प्रस्तुत किया.
वहीं इंदौर जिले की एमजी रोड पुलिस ने करण मोरवाल और डॉ. देवेंद्र स्वामी के खिलाफ धारा भारतीय दंड़ संहिता की धारा 420 और 120 बी के तहत एक और केस दर्ज किया है. जहां पर एमजी रोड थाने के जांच अधिकारी बी.एल. रघुवंशी के अनुसार आरोपी विधायक पुत्र करण ने बचने के लिए घटना के समय बड़नगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती होने का फर्जी दस्तावेज बनवा लिया था. महिला पुलिस ने घटना को लेकर कुछ CCTV फुटेज हासिल किए थे, जिसमें आरोपी पीड़िता को नशे की हालत में जबरदस्ती खींचता हुआ फ़्लेट के अंदर ले जाता हुआ दिखाई दे रहा है. हालांकि इस मामले में पीड़ित युवती ने उज्जैन कलेक्टर को भी शिकायत दर्ज कराई थी.
पुलिस अधिकारी के मुताबिक जांच-पड़ताल में दस्तावेज फ़र्ज़ी पाए गए थे. वहीं, इस मामले की जांच के लिए उज्जैन कलेक्टर ने SDM के जरिए जांच कराई तो पता चला कि शासकीय चिकित्सालय बड़नगर के मेडिकल प्रभारी डाक्टर देवेन्द्र स्वामी ने फ़र्ज़ी तरीक़े से अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर दबाव बनाकर करन मोरवाल का फर्जी तरीके से भर्ती सर्टिफिकेट बनाया है. वहीं डॉक्टर ने बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के भर्ती रजिस्टर में अन्य मरीज के स्थान पर 13 फरवरी 2021 को काटझांट कर करण का नाम लिख दिया, जिसके बाद डाक्टर देवेन्द्र स्वामी को निलंबित कर दिया गया था.
इसके बाद पीड़िता ने उज्जैन कलेक्टर से मामले में कार्रवाई करने के लिए कहा था. हालांकि कांग्रेस विधायक के बेटे पर पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया था लेकिन गिरफ्तारी नही हो पा रही थी. पीड़ित युवती ने कई जगह शिकायत की, जिसके बाद कार्रवाई आगे बढ़ी थी. अब विधायक पुत्र की मुसीबत और बढ़ने वाली है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी में बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए स्कूलों के बाद अब आंगनबाड़ी केंद्रों को किया गया बंद
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