नई दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 10 साल से अधिक पुराने ्रएंट्रिक्स-देवास डील मामले में मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मीडिया से बातचीत में वित्त मंत्री ने पूर्व की यूपीए सरकार पर बड़ा आरोप लगाया. इस मामले के लिए वित्त मंत्रीने कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली सरकार को जिम्मेदार बताया और कहा कि यह भारत के साथ फ्रॉड हुआ था. उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार की गलतियों को सही करने में 11-12 साल लग गए. 2011 में जब इसे रद्द किया गया तब देवास अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता में चला गया. भारत सरकार ने मध्यस्थता के लिए नियुक्ति नहीं की. 21 दिनों के अंदर मध्यस्थता के लिए नियुक्ति के लिए कहा गया, लेकिन सरकार ने तब भी इसको लेकर नियुक्ति नहीं की.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि जब 2005 में यह सौदा हुआ था, तब यूपीए की सरकार थी. डील में घोटाला हुआ है. इसे कैंसल करने में यूपीए सरकार को 6 साल लग गए. मामला इतना बढ़ा है कि एक सेंट्रल मिनिस्टर को गिरफ्तार करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि, तत्कालीन यूपीए ने इस सौदे की खबर कैबिनेट को भी नहीं दी. यूपीए की लालच की वजह से मोदी सरकार कई अंतराष्ट्रीय अदालतों में केस लड़ रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत इन प्रदेशों में बारिश से और बढ़ेगी सर्दी; IMD ने जारी की चेतावनी
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