अभिमनोजः अमर जवान ज्योति बुझाने से इतिहास नहीं बदल जाएगा!

अभिमनोजः अमर जवान ज्योति बुझाने से इतिहास नहीं बदल जाएगा!

प्रेषित समय :21:15:34 PM / Sat, Jan 22nd, 2022

नजरिया. दिल्ली में इंडिया गेट पर पांच दशक से जल रही- अमर जवान ज्योति को लेकर विपक्ष के नेताओं सहित अनेक प्रमुख लोगों ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है, कांग्रेस ने तो आरोप लगाया है कि- मोदी सरकार इतिहास को बदलने की कोशिश कर रही है?

लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि क्या अमर जवान ज्योति बुझाने से इतिहास बदल जाएगा?
जिन दावों और वादों के दम पर पीएम मोदी ने केंद्र की कुर्सी पर कब्जा किया था, उनकी तो हवा निकल चुकी है, अलबत्ता मोदी सरकार लगातार सियासी बदलाव की कार्रवाई पर जरूर फोकस है!

खबर थी कि केंद्र सरकार ने अमर जवान ज्योति की लौ को पास ही में स्थित राष्ट्रीय समर स्मारक की ज्योति के साथ मिलाने का फ़ैसला किया.
वरिष्ठ पत्रकार उमाशंकर सिंह ने ट्वीट किया- ‘मर्जर’ के नाम पर अमर जवान ज्योति को बुझाना एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक भूल है.

कांग्रेस ने कुछ इस तरह से विरोध व्यक्त किया- अमर जवान ज्योति को बुझाना, उन वीरों के साहस और बलिदान का अपमान है, जिन्होंने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े किए थे. वीरता के इतिहास को मिटाने की भाजपाई साजिश को कोई देशभक्त बर्दाश्त नहीं करेगा. शहीदों के अपमान का मोदी सरकार का ये रवैया बहुत घृणित है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर इसका विरोध किया- बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा. कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते. कोई बात नहीं.... हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे!
उधर, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि- अमर जवान ज्योति को बुझाना इतिहास को मिटाने जैसा है.

खबर है कि राष्ट्रीय जनता दल के राज्य सभा सांसद और पार्टी प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने बीजेपी पर शब्दबाण चलाते हुए कहा कि- मैं मानता हूं कि हिंदुस्तान के गौरवशाली इतिहास में आपका कोई योगदान नहीं रहा, इसकी वजह से एहसास-ए-कमतरी भी होता होगा, मगर इसका मतलब ये तो नहीं कि 50 वर्ष से जो लौ जल रही थी, उसको बुझा देंगे?
उन्होंने यह भी कहा कि- ऐसी सलाह आपको कौन देता है? आप कौन सी परंपराएं छोड़ के जा रहे हैं, इतिहास कैसे आपको स्मरण करेगा? समकालीन की बात मत करें, वो ताली बजा देंगे, लेकिन इतिहास ताली नहीं बजाएगा. मैं आपको आगाह कर रहा हूं, आग्रह कर रहा हूं.

Ashok Gehlot @ashokgehlot51
* इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति को बुझाकर दो ज्योतियों को एक करने का औचित्य हर किसी की समझ से बाहर है. अगर शहीदों के सम्मान में दो अलग-अलग ज्योति जलती रहतीं तो मोदी सरकार को क्या परेशानी थी? 50 वर्षों से शहीदों को नमन कर रही अमर जवान ज्योति को बन्द करना शहादत का अपमान है.
* ऐसे कुकृत्य करना इतिहास बदलने का प्रयास है परन्तु मोदी सरकार को ये समझ लेना चाहिए कि ऐसे प्रयासों से इतिहास नहीं बदलता बल्कि महान कार्य कर स्वर्णिम इतिहास बनाना पड़ता है.
* अमर जवान ज्योति पाकिस्तान के दो टुकड़े करने वाले सैनिकों की स्मृति थी. इसको बन्द कर 'मर्जर' का नाम देना उस ज्योति की पवित्रता को कमतर करने का प्रयास है. बांग्लादेश युद्ध विजय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर ऐसा कृत्य करना घोर निंदनीय है!
सियासी सयानों का मानना है कि ऐसे बदलावों के बाद इतिहास तो नहीं बदलेगा, मोदी सरकार को बदनामी जरूर मिलेगी! 

https://twitter.com/ashokgehlot51/status/1484858696903827458

https://twitter.com/INCIndia/status/1484397848594632705?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1484397848594632705%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.bbc.com%2Fhindi%2Findia-60079438

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

अभिमनोजः तो शपथ पत्र दे दो? टेलीप्रॉम्पटर का उपयोग न किया था, न किया है और न करेंगे?

अभिमनोजः दलहित में दलित सह भोज कितना असरदार?

अभिमनोजः ऐन मौके पर सियासी भाग्य ने सीएम योगी को सबसे सुरक्षित सीट तक पहुंचा दिया है?

अभिमनोजः ऐन मौके पर सियासी भाग्य ने सीएम योगी को सबसे सुरक्षित सीट तक पहुंचा दिया है?

अभिमनोजः यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी के अच्छे दिन या बुरे दिन?

अभिमनोजः दलबदल के- दाग अच्छे हैं! अपनों के लिए अलग, परायों के लिए अलग सोच?

Leave a Reply