अभिमनोजः दलहित में दलित सह भोज कितना असरदार?

अभिमनोजः दलहित में दलित सह भोज कितना असरदार?

प्रेषित समय :21:33:41 PM / Mon, Jan 17th, 2022

नजरिया. जब भी कोई चुनाव आता है, नेताओं का दलित-किसान-आदिवासी प्रेम जाग जाता है और वे दलहित में दलित के घर भोजन के लिए पहुंच जाते है!

यूपी में विधानसभा चुनाव हैं और इसमें दलित मतदाताओं की बहुत बड़ी भूमिका है, लिहाजा नेताओं का दलहित में दलित के घर भोजन तो होना ही चाहिए?

खबर है कि सांसद रवि किशन ने ट्विटर पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं और लिखा- आज गोरखपुर में दलित भाई के परिवार में सह भोज किया!

हालांकि, इसके बाद इन तस्वीरों को लेकर रवि किशन लगातार ट्रोल भी हो रहे हैं?

याद रहे, पश्चिम बंगाल के चुनाव के दौरान भी नेताओं का ऐसा ही चेहरा नजर आया था और तब पल-पल इंडिया में 19 दिसंबर 2020 की टिप्पणी.... दलित-किसान-आदिवासी के घर खाना खाओ, अच्छी बात है, लेकिन चुनाव जीत जाने के बाद.... में लिखा था कि किसी चुनाव से पहले उस क्षेत्र के किसी दलित-किसान-आदिवासी के घर बड़े-बड़े राजनेताओं का खाना खाना चुनाव प्रबंधन का एक प्रमुख कार्य है. यह परंपरा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भी जारी है. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह ने भी यह परंपरा निभाई और मिदनापुर में एक किसान सनातन सिंह के घर भोजन किया.

इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह, बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीष घोष, कैलाश विजयवर्गीय सनातन सिंह के घर पहुंचे और दोपहर का खाना खाया.

राजनेताओं को कहां खाना खाना है, यह इस बात पर निर्भर है कि इससे कहां-कहां सियासी फायदा होगा.

मजेदार बात यह है कि इधर, अमित शाह ने मिदनापुर में किसान परिवार के संग सद्भावना प्रदर्शित करते हुए उसके घर भोजन किया और उधर, दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 24 दिनों से हजारों किसान कड़ाके की सर्दी में नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, उनके बारे में सोचने का समय किसी के पास नहीं है.

सियासी सयानों का कहना है कि दलित-किसान-आदिवासी के घर खाना खाओ, अच्छी बात है, लेकिन चुनाव जीत जाने के बाद जश्न के समय आयोजित शाहीभोज में उस परिवार को जरूर आमंत्रित करना, वरना वह परिवार भविष्य में किसी राजनेता पर भरोसा नहीं कर पाएगा!

https://palpalindia.com/2022/01/15/delhi-Pal-Pal-India-Modi-Government-Agricultural-Law-Protest-Farmers-Movement-Success-Story-news-in-hindi.html

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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