नई दिल्ली.. पंजाब चुनाव की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे वैसे राज्य में चुनावी तपिश भी बढ़ती जा रही है. विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के प्रमुख सहयोगी और रिटॉयर्ड डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने कथित तौर पर अभद्र भाषा पर बयान बाजी की है जिसके बाद चुनावी ठंड के मौसम में भी चुनावी गर्माहट बढ़ती दिख रही है.पूर्व डीजीपी के वीडियों ने देश की सबसे पुरानी पार्टी को बेहद शर्मनाक स्थित में डाल दिया है.
कथित वीडियो में पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा अपनी पत्नी और मलेरकोटला से कांग्रेस की उम्मीदवार और कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया और अपने भाषण में अभद्र भाषा का प्रयोग किया.
मोहम्मद मुस्तफा 20 जनवरी को एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अगर उनके कार्यक्रम के पास किसी और के कार्यक्रम को अनुमति दी गई तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. दरअसल मुस्तफा जहां भाषण दे रहे थे वहीं एक दूसरी राजनीतिक पार्टी का कार्यक्रम था और उसमें लोगों की भीड़ देखकर मुस्तफा आग बबूला हो गए. उन्होंने कहा कि मैं इनका कोई जलसा नहीं होने दूंगा,मैं एक कौमी सिपाही हूं, मैं आरएसएस का एजेंट नहीं हूं जो डर कर घर में घुस जाऊंगा.
मोहम्मद मुस्तफा ने राजनीतिक पार्टी और जिला प्रशासन को धमकाते हुए कहा कि प्रशासन और ये लोग मेरी बात को अच्छे से समझ लें, अगर मैं बिगड़ गया तो किसी के भी काबू में नहीं आऊंगा. उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि जहां भी उनका कार्यक्रम है वहां हिंदुओं के कार्यक्रम को अनुमति नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर दोबारा ऐसी हरकत हुई तो खुदा कसम घर में घुसकर मारूंगा, मैं कौम के लिए लड़ रहा हूं, वोट के लिए नहीं लड़ रहा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पंजाब में बीजेपी की पहली सूची घोषित, 34 उम्मीदवार शामिल
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