पटना/आरा. रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा के पैटर्न में हुए बदलाव और एनटीपीसी की परीक्षा में हुई धांधली के विरोध में छात्रों ने सोमवार की देर रात तक बिहार में कई ट्रेनों के पहिए रोक दिए. विभिन्न मांगों को लेकर उग्र छात्रों ने पटना से लेकर आरा तक में ट्रेनों का परिचालन बाधित कर दिया. छात्रों के हंगामे और प्रदर्शन के कारण जहां कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा तो विभिन्न स्टेशनों पर कई महत्वपूर्ण ट्रेनें काफी देर तक खड़ी रहीं.
हंगामे की वजह से हावड़ा दिल्ली मेल रेलखंड पर परिचालन घंटों से बाधित रहा. नाराज छात्रों को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठियां चटकानी पड़ी तो आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े. पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजेन्द्र नगर टर्मिनल पहुँचे और छात्रो़ं को समझाने का प्रयास किया लेकिन जब छात्र नही़ं माने तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. 24 जनवरी को पटना और पटना के ही राजेंद्रनगर टर्मिनल से प्रस्थान करने वाली पांच ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया. रद्द होने वाली ट्रेनों में 12309 राजेंद्र नगर टर्मिनल-नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस, 12393 राजेंद्र नगर टर्मिनल-नई दिल्ली संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, 13288 राजेंद्र नगर टर्मिनल-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस, 12352 राजेंद्र नगर टर्मिनल-हावड़ा एक्सप्रेस और 13201 पटना-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस शामिल थीं.
छात्रों ने आरोप लगाया है कि रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा में जो बदलाव किया गया है वह सही नहीं हैं. फरवरी 2019 में उन्होंने फॉर्म भरा था. इसके बाद रेलवे की तरफ से सितंबर 2019 में परीक्षा लेने की बात भी कही गई थी लेकिन तय समय पर परीक्षा नहीं हुई. निर्धारित समय पर परीक्षा नहीं होने के बाद डिपार्टमेंट ने दिसंबर 2021 में आश्वस्त किया था कि सीबीटी की परीक्षा 23 फरवरी 2022 से शुरू होगी. छात्रों का आरोप है कि अब अचानक रेलवे ने सोमवार को नोटिस जारी करते हुए यह कहा है कि ग्रुप डी की परीक्षा एक नहीं बल्कि 2 एग्जाम के तहत लिया जाएगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बिहार के गया में अलाव के धुएं में दम घुटने से मां और तीन बच्चों की मौत
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