बिलासपुर. सरकंडा निवासी महिला डाक्टर को लंदन से गिफ्ट भेजने का झांसा देकर 48 लाख स्र्पये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. ठगों ने पार्सल में विदेशी मुद्रा होने की बात कहकर डाक्टर को नौकरी जाने का भी डर दिखाया. शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है. हरश्रृंगार कालोनी में रहने वाली डा. कनुप्रिया ने सरकंडा थाने में धोखाधड़ी की शिकायत की है. उन्होंने बताया कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से उनकी दोस्ती यांग जिंग नाम के व्यक्ति से हुई.
उसने खुद को यूरोलाजिस्ट बताया. एक ही व्यवसाय में होने के कारण दोनों के बीच बातचीत होने लगी. दो दिन बाद उसने डा. कनुप्रिया के लिए गिफ्ट भेजने की बात कही. 28 जनवरी को उनके पास दिल्ली के नंबर से फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को कस्टम विभाग का अधिकारी बताते हुए पार्सल के लिए 75 हजार स्र्पये मांगे. डाक्टर को बताया गया कि पार्सल लंदन से आया है. इसके कारण अधिक रुपए लगने की बात कही गई. इस पर डाक्टर ने बताए गए एकाउंट में रुपए जमा करा दिए.
इसके कुछ देर बाद डाक्टर को बताया गया कि पार्सल में विदेशी मुद्रा है. इसके लिए उन्हें दो लाख 30 हजार रुपए और देने होंगे. इस पर डाक्टर ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपने मित्र से बात की. ठग ने खुद को चीन का नागरिक बाते हुए कहा कि उसका वर्क लाइसेंस और पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है. इसके लिए रुपए की जरूरत है. इसके बाद डाक्टर से अलग-अलग बहानों से स्र्पये मांगे. बाद में पार्सल में विदेशी मुद्रा और सोना होने की बात कहते हुए डाक्टर को डराया. साथ ही उनकी नौकरी जाने की धमकी भी दी. इस तरह नौ बार में 48 लाख छह हजार रुपए ले लिए. इसके बाद भी रुपए की मांग करते रहे. शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
बार-बार बोले रहे झूठ फिर भी डाक्टर को नहीं हुई शंका
डाक्टर से ठगों ने पहले 75 हजार रुपए लिए. बाद में पार्सल में विदेशी मुद्रा होने की बात कहकर रुपए ले लिए. इसके बाद उन्हें फिर से काल कर बताया गया कि पार्सल में सोने के जेवर भी हैं. हर बार डाक्टर को नया झूठ बोला गया. इसके बाद भी उनको शंका नहीं हुई. एकाउंट में स्र्पये खत्म होने के बाद उन्होंने इसकी जानकारी अपने पिता को दी. इसके बाद उन्हें धोखाधड़ी की जानकारी हुई.
जांच में जुटी साइबर सेल
डाक्टर से 48 लाख की धोखाधड़ी के बाद साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू कर दी है. सरकंडा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने डाक्टर से मिली जानकारी साइबर सेल को सौंप दी है. इसके बाद पुलिस और साइबर से जालसाजों की तलाश कर रही है. बैंक ट्रांजेक्शन और मोबाइल लोकेशन के अधार पर ठगों की तलाश की जा रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़ के सरकारी ऑफिसों में अब फाइव डे का वीक, हर शनिवार कर्मचारियों की रहेगी छुट्टी
छत्तीसगढ़: सीएम भूपेश बघेल की घोषणा, राज्य सरकार के कार्यालयों में अब केवल पांच दिन ही होगा काम
Leave a Reply