नजरिया. कहते हैं कि एक ही सियासी दांव बार-बार कामयाब नहीं होता है, लेकिन मोदी टीम ने सियासी जोड़-तोड़ के दांव से एकाधिक राज्यों में कई बार सत्ता हांसिल की है?
परन्तु, लगता है अब इसमें मोदी टीम को कामयाबी नहीं मिलेगी!
वजह? अब उम्मीदवारों को पार्टी ही नहीं, जनता को भी भरोसा दिलाना पड़ रहा है कि वे दलबदल नहीं करेंगे!
खबर है कि गोवा में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों ने शुक्रवार को राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी के प्रति वफादारी की शपथ ली.
याद रहे, कांग्रेस ने 2017 के गोवा विधानसभा चुनाव में 40 में से 17 सीट पर जीत दर्ज की थी, परन्तु सियासी जोड़-तोड़ के कारण अभी विधानसभा में उसके केवल दो विधायक हैं?
कांग्रेस के अधिकतर विधायकों ने पार्टी छोड़ दी और 2019 में कांग्रेस के 10 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिसके इस वक्त विधानसभा में 27 विधायक हैं!
यही वजह है कि कांग्रेस कुछ समय पहले अपने उम्मीदवारों को मंदिर, गिरजाघर, गुरुद्वारे और दरगाह ले गई थी, जहां उन्हें शपथ लेने के लिए कहा गया था कि अगर वे चुनाव जीतते हैं, तो वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे?
उल्लेखनीय है कि गोवा की 40 विधानसभा सीट के लिए 14 फरवरी 2022 को मतदान होगा और नतीजे 10 मार्च 2022 को आएंगे.
गोवा में कांग्रेस ने चुनाव के लिए गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन किया है जिसके तहत कांग्रेस ने 37 और जीएफपी ने 3 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
देखना दिलचस्प होगा कि इस बार क्या नतीजे रहते हैं? और.... सियासी जोड़-तोड़ विशेषज्ञ कितने कामयाब होते हैं?
धर्म की यह राजनीति अच्छी है- भगवान कसम! पार्टी नहीं बदलेंगे?
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Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-धर्म की यह राजनीति अच्छी है- भगवान कसम! पार्टी नहीं बदलेंगे? news in hindi https://t.co/TzoMORMHhU
— Palpalindia.com (@PalpalIndia) January 23, 2022
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