जगदलपुर. छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में पीएम आवास का लाभ देने के नाम पर संजय गांधी वार्ड की कांग्रेसी पार्षद कोमल सेना पर अपने वार्डवासियों से 25-25 हजार रुपये कमीशन लेने के मामले में अब बीजेपी पीड़ितों के साथ राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाने राजधानी रायपुर जाएगी. बीते मंगलवार को इसी मामले को लेकर बीजेपी के नगरबंद के दौरान बस्तर पुलिस द्वारा प्रदेश के पूर्व मंत्री केदार कश्यप समेत लगभग 300 भाजपाइयों को गिरफ्तार कर थाने ले जाने से नाराज भाजपाइयों ने अब राज्यपाल से पीड़ितों को न्याय दिलाने की गुहार लगाने की बात कही है.
केदार कश्यप का कहना है कि जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी कांग्रेस के दबाव में काम कर रहे हैं और मामला उजागर होने के बाद भी पार्षद पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और न ही पीड़ितों को उनकी रकम वापस दिलाने में कोई रुचि ली जा रही है. ऐसे में लाखों रुपये के इस कमीशन खोरी के मामले में कांग्रेस के स्थानीय जनप्रतिनिधियों और बस्तर सांसद दीपक बैज और विधायक के भी मिलीभगत होने की पूरी गुंजाइश है, ऐसे में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए अब राज्यपाल से भाजपा के पदाधिकारी और पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाने राजधानी रायपुर कूच करेंगे.
पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि पिछले 20 दिनों से बीजेपी पीड़ित परिवारों के साथ न्याय दिलाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रही हैं, बावजूद इसके अब तक पार्षद पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया है और न ही कोई जांच बैठाई है. केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेसियों के कहने पर अब पुलिस ने थाने के सामने लगे उनके टेंट भी उखाड़ दिए. केदार कश्यप ने आरोप लगाया कि कमीशन खोरी के मामले में केवल पार्षद ही नहीं अब कांग्रेस के सभी बड़े नेता और सांसद की भी मिलीभगत दिख रही है. इस वजह से पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता तब तक भाजपा उनके साथ डटे रहेगी, वहीं राज्यपाल से मुलाकात कर दोषी कांग्रेसी पार्षद पर कार्रवाई करने की मांग के साथ ही पीड़ितों के 25- 25 हजार रुपये भी वापस दिलाने की मांग राज्यपाल से की जाएगी.
इसके अलावा बीजेपी जिला अध्यक्ष रूपसिंह मंडावी ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी के मंगलवार को नगर बंद के दौरान पुलिस ने ज्यादती दिखाते हुए सभी भाजपाइयों को जबरन गिरफ्तार किया और दूसरे जिले से पुलिस बुलाकर उनसे बदसलूकी की गई,ऐसे में साफ जाहिर होता है कि बस्तर के प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी और पुलिस कांग्रेस के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं, इसकी भी शिकायत राज्यपाल से की जाएगी. इस मामले में जब कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजू शर्मा से बात करने की कोशिश की गई तो वे मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. उन्होंने अपने सफाई में कोई जवाब नहीं दिया. कई बार उनसे फोन पर भी बातचीत की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़: बिजली का तार लगा रहे थे मजदूर, अचानक गिरा टावर, 4 की मौके पर मौत
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