रायपुर. छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे तेलंगाना बार्डर पर नक्सलियों ने एक बार फिर कहर बरपाया है. जहां एक पुल के निर्माण कार्य में लगे 7 वाहनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया है. खबरों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि लगभग 3 ट्रैक्टर को माओवादी अपने साथ लेकर चले गए हैं. हालांकि इसकी अभी अधिकारिक तौर पर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है, इस दौरान नक्सलियों ने पुल के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को भी बंधक बना लिया था.लेकिन वारदात को अंजाम देने के बाद सभी को रिहा कर दिया गया है.
दरअसल,जानकारी के मुताबिक, तेलंगाना के दुम्मागुडम इलाके में चिंतागुफा पुल निर्माण का काम पिछले कई महीनों से चल रहा है. जहां पर इस पुल के निर्माण कार्य में ट्रैक्टर, मिक्सर मशीन समेत 10 से ज्यादा वाहनें लगी हुई थीं. वहीं मंगलवार की शाम जंगल की तरफ से अचानक नक्सलियों ने धावा बोल दिया. भारी मात्रा में हथियार बंद नक्सलियों ने यहां पहले तो पुल के निर्माण कार्य को तत्काल बंद करवाया. इसके बाद फिर मजदूरों को बंधक बनाकर उनसे मोबाइल फोन ले लिया गया. इसके बाद निर्माण कार्य में लगी एक-एक वाहन का डीजल टैंक फोड़कर उसे आग के हवाले कर दिया.
वहीं, नक्सलियों ने इसी तरह पुल निर्माण में लगे ट्रैक्टर, मिक्सर मशीन समेत कुल 7 वाहनों में आग लगाकर फूंक दिया. इसके साथ ही नक्सली 3 ट्रैक्टर को अपने साथ ले गए हैं. फिलहाल इस मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है. इसके अलावा नक्सलियों ने मजदूरों से पुल निर्माण काम बंद करने को भी कहा है.साथ ही यहां काम न करने की सख्त हिदायत दी है. वहीं, इस वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली वहां से भाग गए, हालांकि इसके बाद से इलाके के लोगों में दहशत देखने को मिल रही है. इस दौरान सुरक्षाबलों के जवानों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन बढ़ा दिए हैं.
बता दें कि ऐसा ही एक मामला दंतेवाड़ा जिले का है. जहां पर नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया है. किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग पर नक्सलियों ने मंगलवार देर रात एक मालगाड़ी के इंजन में आग लगा दी है. हालांकि, मालगाड़ी का ड्राइवर सुरक्षित है. बताया जा रहा है कि बैलाडीला से मालगाड़ी लौह अयस्क लेकर विशाखापट्टनम जा रही थी.बचेली और भांसी के बीच माओवादियों ने वारदात को अंजाम दिया. फिलहाल ये मामला भांसी थाना क्षेत्र का है.वहीं, नक्सली भांसी के जंगलों में घात लगाकर बैठे थे. यह इलाका बेहद संवेदनशील है.इसलिए यहां से जो भी रेल गुजरती है, उसकी रफ्तार काफी धीमी होती है. ताकि नक्सली किसी घटना को अंजाम भी दें तो ज्यादा नुकसान न झेलना पड़े. मंगलवार की रात भी मालगाड़ी की रफ्तार काफी धीमी थी.
वहीं जैसे ही मालगाड़ी के आने की खबर हथियारबंद नक्सलियों को मिली तो वे जंगल से निकलकर ट्रैक पर आ गए. उन्होंने बंदूक दिखाकर मालगाड़ी को रोक लिया.इसके बाद पायलट और एक अन्य कर्मचारी को नीचे उतारा. उनसे वॉकी-टॉकी समेत मोबाइल जब्त कर लिया गया. फिर मालगाड़ी के इंजन में आग लगाकर नक्सलियों ने जंगल की तरफ चले गए. इधर, वारदात की जानकारी मिलते ही दंतेवाड़ा से DRG के जवानों को मौके के लिए रवाना किया गया है. नक्सलियों की इस हरकत की वजह से किरंदुल-विशाखापट्टनम मार्ग अभी बाधित है. फिलहाल जल चुके इंजन को हटाने का काम किया जा रहा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में बड़ा सड़क हादसा: नाबालिग चालक ने मजदूरों को कार से रौंदा, 1 की मौत, 8 घायल
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