रायपुर. छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के ओबीसी विभाग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. सूत्रों के मुताबिक राज्य में व्यस्तता की वजह से उन्होंने पद से हटने की इच्छा जाहिर की थी, जिसे हाईकमान ने मान लिया. उन्होंने अब कांग्रेस के ओबीसी विभाग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. ताम्रध्वज साहू को कांग्रेस ने 2018 में बड़ी जिम्मादारी सौंपी थी.
उन्हें AICC के ओबीसी विभाग का अध्यक्ष बनाया गया था. उस समय वह दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से सांसद थे. लेकिन अब ताम्रध्वज साहू ने बड़ा फैसला लेते हुए अध्यक्ष पद छोड़ दिया है. उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है. खबर के मुताबिक उनके इस्तीफे को आलाकमान ने स्वीकार कर लिया है.
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा है, जिसमें लिखा है कि वह AICC के ओबीसी विभाग के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को पार्टी के पक्ष में अच्छी तरह से निभाया. उन्होंने कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को राज्यों में हर लेवल पर निभाया. इसके साथ ही उन्होंने इस जिम्मेदारी के लिए पार्टी का शुक्रिया भी अदा किया.
बता दें कि मंत्री ताम्रध्वज साहू ओबीसी नेताओं में बड़ा चेहरा माने जाते हैं. वह राज्य में सीएम पद के भी प्रबल दावेदार रह चुके हैं. उनकी राजनीतिक छवि काफी मजबूत है, यही वजह है कि वह कांग्रेस के बड़े नेताओं के करीबी माने जाते हैं. आज सोनिया गांधी को भेजे गए इस्तीफे में उन्होंने अध्यक्ष के तौर पर अपने काम काज का भी जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि उन्होंने कांग्रेस की विचारधारा को फैलाने के लिए सभी स्तरों पर ओबीसी विभाग की समितियों का गठन किया. उन्होंने कहा कि बड़े समर्थन के साथ उन्होंने ओबीसी विभाग को मजबूत करने के लिए अपने स्तर पर लगातार कोशिश की है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़: 14 वर्षीय आदिवासी लड़की से 4 साल में 2 बार गैंगरेप, 9 ने किया दुष्कर्म
छत्तीसगढ़: 4 वर्षीय आदिवासी लड़की से 4 साल में 2 बार गैंगरेप, 9 ने किया दुष्कर्म
योगी के मठ पहुंचे छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल, गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना
छत्तीसगढ़ के स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियों में 15 दिन की कटौती, हुआ परीक्षा से जुड़ा यह फैसला
छत्तीसगढ़: बस्तर-सरगुजा में डाक्टरों की दो साल के लिए संविदा नियुक्ति, हर महीने 55 हजार रुपये मानदेय
Leave a Reply