कीव. रूस और यूक्रेन के बीच जंग लगातार जारी है. रूस की ओर से यूक्रेन के कई शहरों पर बमबारी की जा रही है. वहीं रूसी सेना जमीन के रास्ते से भी यूक्रेन में घुसी हुई है. इस दौरान एक चिंताजनक खबर आई है. दरअसल रूस के सैनिकों की ओर से चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र से कुछ अहम उपकरण हटाकर ले जाए गए हैं. इन उपकरण के जरिये रेडियोएक्टिव कचरे में परमाणु पदार्थ की निगरानी की जाती थी. लेकिन अब इसका डाटा प्रसारित होना बंद हो गया है. ऐसे में इंटरनेशनल एटमिक एनर्जी एजेंसी ने चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र से मॉनीटरिंग सिस्टम के हट जाने से लोगों की सुरक्षा को लेकर आशंकाएं जाहिर की हैं. परमाणु संयंत्र से अब खतरनाक विकिरणों की निगरानी नहीं की जा सकेगी.
इससे पहले युद्धग्रस्त यूक्रेन के सभी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा को लेकर दुनियाभर में जताई जा रही चिंताओं के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए), रूस और यूक्रेन की त्रिपक्षीय बैठक आयोजित करने के विचार को उपयोगी करार दिया था. उन्होंने कहा था कि इसका आयोजन वीडियो लिंक द्वारा या किसी तीसरे देश में किया जा सकता है.
रूसी सेना ने यूक्रेन में ‘विशेष सैन्य अभियान’ के दौरान जपोरिजिया और चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा स्टेशनों पर नियंत्रण कर लिया था. इससे पहले यूक्रेन ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी को जानकारी दी थी कि देश के सबसे बड़े जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के छह में से दो रिएक्टर काम कर रहे हैं और विकिरण का स्तर भी सामान्य है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूक्रेन से निकाले गए 18 हजार भारतीय, अभी भी खारकीव में फंसे हैं कई छात्र: विदेश मंत्रालय
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