नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में जारी संघर्ष के बीच भारत की सुरक्षा तैयारियों को लेकर रविवार को एक हाई-लेवल मीटिंग की अध्यक्षता की. जब से रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया है. तब से लेकर अब तक प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई हाई-लेवल मीटिंग्स की हैं.
इस बैठक में पीएम के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद रहे. यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच बुलाई गई इस बैठक में भारत की सुरक्षा तैयारियों और मौजूदा वैश्विक परिवेश पर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान निर्देश दिया कि खार्किव में मारे गए नवीन शेखरप्पा के पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं.
इस मीटिंग में पीएम मोदी को यूक्रेन में नवीनतम घटनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई कि भारतीय नागरिकों के साथ-साथ भारत के पड़ोसी देशों के कुछ नागरिकों को भी यूक्रेन से ऑपरेशन गंगा के तहत सुरक्षित निकाला गया. गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन का युद्ध आज लगातार 18वें दिन भी जारी है. वैश्विक दबाव और तमाम देशों द्वारा सख्त प्रतिबंधों की घोषणा के बावजूद रूस लगातार यूक्रेन पर हमले तेज करता जा रहा है और रिहायशी इलाकों को निशाना बना रहा है.
रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर बमबारी तेज कर दी है और देश के दक्षिण में मारियुपोल पर शिकंजा और कसते हुए राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में गोलाबारी शुरू कर दी है. रूस के आक्रमण से मारियुपोल सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. निरंतर गोलाबारी से 4,30,000 की आबादी वाले शहर में भोजन, पानी और दवा लाने तथा फंसे हुए नागरिकों को निकालने के प्रयास विफल हो गए है. महापौर के कार्यालय के अनुसार, हमले में मारियुपोल में 1500 से अधिक लोग मारे गए हैं और शवों को सामूहिक कब्रों में दफनाने के प्रयास भी गोलाबारी के कारण बाधित हो रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-ऐंडी मरे ने किया ऐलान, यूक्रेनी बच्चों की मदद के लिए दान करेंगे सालभर की कमाई
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