नारायणपुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक प्रेशर बम में विस्फोट होने के कारण सोमवार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस का एक अधिकारी शहीद हो गया और एक हवलदार घायल हो गया. बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने सोमवार को बताया कि जिले के सोनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सोनपुर और ढोंडरीबेड़ा गांवों के मध्य लगाए गए प्रेशर बम की चपेट में आने से आईटीबीपी के सहायक उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह शहीद हो गए तथा हवलदार महेश घायल हो गए. सुंदरराज ने बताया कि सोनपुर थाना क्षेत्र में आईटीबीपी की 53वीं बटालियन के दल को सोनपुर और ढोंडरीबेड़ा गांवों के मध्य सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा के लिए आज सुबह रवाना किया गया था.
दल के जवान जब घटनास्थल पर थे, तब उनका पैर नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर बम के ऊपर चला गया. जिससे बम में विस्फोट हो गया. इस घटना में सिंह शहीद हो गए और महेश घायल हो गए. पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायल जवान और अधिकारी के शव को घटनास्थल से बाहर निकाला गया. घायल जवान को नारायणपुर जिले के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. और बेहतर इलाज के लिए उन्हें रायपुर भेजा जा रहा है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है.
इससे पहले 13 मार्च को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों से मुठभेड़ में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड के दो जवान घायल हो गए थे. बस्तर रेंज के महानिरीक्षक पी. सुंदरराज ने बताया था कि मुठभेड़ रविवार सुबह केरलापाल पुलिस थाने के अंतर्गत चिछोरगुडा गांव के नजदीक जंगल में उस समय हुई जब राज्य के नक्सलरोधी बल डीआरजी के जवान सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गश्त कर रहे थे.
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में डीआरजी कांस्टेबल सोमदु पयम और सहायक कांस्टेबल मेहरु राम कश्यप घायल हुए हैं. अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद अतिरिक्त सुरक्षा बल मौके पर भेजा गया है और इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है. उन्होंने बताया कि घायल जवानों को सुकमा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर है.
नारायणपुर जिले में एक महीने पहले एक लाख रुपये की इनामी नक्सली ‘मिलिशिया कमांडर’ को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस के अनुसार सोमारू पोडियम उर्फ बाली पोडियम को गिरफ्तार किया गया है. वो पिछले 10 साल से भातबेड़ा में अवैध आंदोलन का मिलिशिया कमांडर था और स्वयंभू ओरचा एलओएस कमांडर दीपाल पल्लो का करीबी सहयोगी है. उस पर एक लाख रुपये का इनाम था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-छत्तीसगढ़: सुकमा में डीआरजी जवानों और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर, दो जवान घायल
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