इंदौर. इंदौर के एमवाय अस्पताल में एक युवक की मौत के बाद गुरुवार देर रात परिजनों ने जमकर हंगामा किया. हादसे में घायल युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई थी. परिजन उसका शव पोस्टमार्टम कराए बिना ले जा रहे थे, लेकिन ड्यूटी डॉक्टरों ने उन्हें रोक दिया. इसी बात को लेकर परिजन, अस्पताल के स्टाफ और डॉक्टरों से विवाद करने लगे और हाथापाई शुरू कर दी. विवाद देर रात करीब 3 बजे शुरू हुआ जो सुबह 5 बजे तक चला. जिसके बाद चार थानों की पुलिस एमवायएच अस्पताल पहुंची, और 6 युवकों को हिरासत में लेने के बाद मामला शांत हुआ.
एडिशनल डीसीपी राजेश रघुवंशी के मुताबिक बेकरी गली, परदेशीपुरा में रहने वाला राजा पुत्र प्रकाश तीन दिन पहले सीढिय़ों से गिर गया था. जिसका इलाज एमवाय अस्पताल में चल रहा था. गुरुवार रात उसने दम तोड़ दिया. राजा के परिजन उसके शव को बिना पोस्टमार्टम अपने साथ ले जाना चाहते थे. डॉक्टरों के मना करने पर परिजनों ने उन्हें पीट दिया. हालांकि कहासुनी के बीच डॉक्टरों द्वारा भी राजा के परिजनों को पीटने की बात भी सामने आ रही है.
पिटाई के बाद कॉल कर बुलाए लड़के और ष्टरूह्र सहित डॉक्टरों को पीटा
डॉक्टर और सुरक्षा गार्ड की पिटाई से गुस्सा होकर राजा के परिजनों ने अपने साथियों को अस्पताल बुला लिया. जिसके बाद 40 से 50 लोग अस्पताल पहुंचे और यहां जमकर पत्थर बरसाए. सात ही उन्होंने डॉक्टरों और गार्ड को भी पीटा. भीड़ ने केजुअल्टी के अंदर लगे उपकरण, शीशे और फर्नीचर को नुकसान पहुंचाया. इस दौरान पुलिस की पीसीआर भी मौके पर मौजूद थी.
सीएमओ को भी पीटा, बुरी तरह घायल, डॉक्टरों की रिपोर्ट पर केस दर्ज
आरोपियों ने एमवाय अस्पताल पहुंचते ही ष्टरूह्र डॉ. विश्वामित्र पुत्र बाबूलाल, डॉ. राहुल पुत्र राजेश, डॉक्टर प्रेम किशन पुत्र अजित कुमार, डॉ. जूजर कबडिय़ा पुत्र नुरूदी, डॉ. काबंग पुत्र मिस्टर मोदी, बचाव करने पहुंची गार्ड माया पति सुनील, गार्ड योगेन्द्र पुत्र अशोक, सुपरवाइजर मनोज पुत्र कुंवर पर भी हमला कर दिया. डॉक्टरों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है.
पुलिसकर्मी नहीं रोक पाए हंगामा, फिर पहुंचा चार थानों का बल
एमवाय अस्पताल में ये घटनाक्रम करीब दो घंटे तक चलते रहा. विवाद के दौरान अस्पताल में मौजूद पीसीआर वैन के पुलिसकर्मी किसी को नहीं रोक पाए. काफी देर बाद चार थानों संयोगितागंज, पलासिया, आजाद नगर और छोटी ग्वाल टोली से पुलिस बल मौके पर पहुंचा. जिसके बाद मारपीट और हंगामा करने वाले युवक इधर-उधर भागने लगे. पुलिस ने इस मामले में आधा दर्जन युवकों को पकड़ा और थाने ले गए.
गुस्साए डॉक्टरों ने सुरक्षा मांगी, काम बंद किया
इस हमले से गुस्साए डॉक्टरों ने शुक्रवार को काम नहीं करने का निर्णय लिया है. उन्होंने सुरक्षा देने की मांग की है. वहीं आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है. फिलहाल अधिकारी मामले में डॉक्टरों से बात करने में जुटे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के हुसैन टेकरी में इंदौर की महिला को पति ने मारा चाकू, दो बच्चों की संदिग्ध मौत
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