रूस-यूक्रेन युद्ध से नासिक के अंगूर किसानों को हो रहा बड़ा नुकसान, पूरी तरह से रुक गया है निर्यात

रूस-यूक्रेन युद्ध से नासिक के अंगूर किसानों को हो रहा बड़ा नुकसान, पूरी तरह से रुक गया है निर्यात

प्रेषित समय :11:16:56 AM / Tue, Mar 22nd, 2022

मुंबई. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का असर अब भारत में भी देखने को मिल रहा है. इन दोनों के युद्ध की वजह से महाराष्ट्र के नासिक के अंगूर किसानों को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. महाराष्ट्र के नासिक के अंगूर किसान हर साल लगभग 30 हजार मेट्रिक टन अंगूर रूस और यूक्रेन को निर्यात करते हैं, पर युद्ध की वजह से आधा माल ही निर्यात हो पाया है और बाकी माल निर्यात के लिए पूरी तरह से रुक गया है.

हर साल नासिक से रूस और यूक्रेन में लगभग 30 हजार मेट्रिक टन अंगूर निर्यात होते हैं, लेकिन इस साल यह सिर्फ 15 से 16 हजार मेट्रिक टन ही निर्यात हो पाया है क्योंकि युद्ध शुरू होने के बाद पूरा निर्यात रुक गया है, जिससे अब उन अंगूरों को भारत में कम पैसों पर बेचा जा रहा है. इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

महाराष्ट्र राज्य अंगूर एसोसिएशन, नासिक के उपाध्यक्ष कैलाश भोसले ने बताया, रूस और यूक्रेन के युद्ध की वजह से अंगूर के किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है. हर साल 25 से 26 मेट्रिक टन अंगूर रूस जाता था, पर इस साल 15 से 16 मेट्रिक टन ही जा पाया है. इसी तरह से यूक्रेन में तीन हजार मेट्रिक टन अंगूर जाता है, लेकिन इस साल 700 से 800 टन ही जा सका है. अब किसान यह अंगूर भारत में ही कम दामों में बेच रहे हैं, जिससे हमें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

दरअसल नासिक से निर्यात हुए अंगूर से रूस और यूक्रेन वाईन बनाते हैं, इसी वजह से दोनों देशों में नासिक के अंगूरों को बड़ी मांग है, लेकिन अब युद्ध की वजह से पूरा निर्यात रुक गया है. नासिक के किसानों के पास इतने पैसे भी नहीं कि वो निर्यात होने वाले अंगूरों को कोल्ड स्टोरेज में कई महीनों तक रख सके. इसलिए अब किसान निर्यात होने वाले अंगूरों को भी स्थानीय बाजार में कम दामों पर बेचने को मजबूर हो गए हैं, जिससे नासिक के अंगूर किसानों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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