कोटा. केन्द्रीय श्रम संगठनों का संयुक्त मोर्चा के संयोजक मुकेश गालव ने बताया कि भारत सरकार की श्रमिक विरोधी नीति एवं किसानों के साथ किए गए समझौते को लागू नहीं करने के विरोध में 28 एवं 29 मार्च की देशव्यापी हड़ताल श्रमिक और किसानों द्वारा जारी है. इस हड़ताल एवं अखिल भारतीय ग्रामीण बंद के समर्थन मे इंटक, एटक, हिन्द मजदूर सभा, वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन, सीटू, राज. सीटू, एक्टू, बैक, बीमा राजस्थान शिक्षक संघ, आंगनबाड़ी महिलायें, जनवादी महिला समिति तथा किसान संगठनों तथा आजाद हिन्द बिल्डिंग वर्कर्स यूनियन, राजस्थान आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ के द्वारा विशाल प्रदर्शन का आयोजन जिलाधीश कार्यालय पर दिनांक 29 मार्च को प्रात: 11.00 बजे किया गया. जिसमें सैकड़ों श्रमिकों ने भाग लिया.
संयोजक मुकेश गालव ने कहा कि 4 श्रम कानूनों को बनाकर अप्रत्यक्ष रूप से कारपोरेट घरानों को श्रमिकों के शोषण का अधिकार दिया जा रहा है. नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना की बहाली के बारे में प्रधानमंत्री कोई निर्णय नहीं ले रहे हैं. बढ़ती महंगाई, बैंक, बीमा, सड़क, रेलवे सहित विभिन्न सम्पत्तियों को बेचने की कवायद मौद्रिकरण के नाम पर हो रही है. देशभर के श्रमिक एवं किसानों के संगठन यह बर्दाश्त करने वाले नहीं है. भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिकों की योजनायें काफी दिनों से लम्बित है उनका शीघ्र निस्तारण किया जाये. यदि केंद्र सरकार ने समय रहते अपने रुख में परिवर्तन नहीं किया तो देशभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए श्रमिक मजबूर होंगे. संयुक्त मोर्चा के संयोजक श्री गालव के नेतृत्व में जिला कलेक्टर महोदय को 14 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया.
राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान विशाल प्रदर्शन में इंटक के राजेश चौहान, हिन्द मजदूर सभा की सुश्री चम्पा वर्मा, सीटू के रविन्द्र सिंह, उमाशंकर, आरएमआरएसयू के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गालव, आर.सीटू के देवराज सिंह, बीमा से मनजीत वालिया, किसान संगठन के दूलीचंद बोरदा, आंगनबाड़ी की शाहिदा खान, जनवादी महिला समिति की रजनी शर्मा तथा राज. शिक्षक संघ शेखावत के अशोक लोदवाल ने भी संबोधित किया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बीजेपी को राजस्थान हाईकोर्ट से बड़ा झटका, रीट धांधली में नहीं होगी CBI जांच
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