पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित ग्राम रईयाखेड़ा माढ़ोताल में जादू-टोना के शक पर आयुध निर्माण खमरिया (ओएफके) से रिटायर्ड कर्मचारी नेतराम अहिरवार की रिश्ते के पोते संदीप ने बका से हमला कर हत्या कर दी, हत्या के बाद आरोपी संदीप ने घर पहुंचकर नेतराम के बेटे को हत्या होने की जानकारी दी, इसके बाद भाग निकला. घटना से गांव में सनसनी फैल गई, बेटे सहित अन्य परिजन मौके पर पहुंच गए, कुछ देर बाद पुलिस पहुंच गई और पूछताछ के बाद संदीप को सरगर्मी से तलाश करते हुए आज गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम रईयाखेड़ा कटंगी रोड निवासी नेतराम अहिरवार उम्र 71 वर्ष खमरिया फैक्टरी से वर्ष 2011 में रिटायर्ड हुए थे, इसके बाद से वे अपनी खेती करने लगे, बीते दिन खेत में हार्वेस्टर से कटाई के बाद गेंहू स्कूल के पास ही रखवा दिया गया, रात में नेतराम, उनके रिश्ते का पोता संदीप अहिरवार सहित गांव के अन्य तीन-चार लोग गेंहू की रखवाली करने के लिए स्कूल के पास पहुंच गए, रात 11 बजे के लगभग गांव के लोग चले गए, संदीप व नेतराम अकेले ही स्कू ल के पास बैठे रहे, इस दौरान संदीप ने बका निकालकर दादा नेतराम पर करीब 17 वार हमला किया, जिससे नेतराम के पूरे शरीर पर गंभीर चोटें आई.
हमले के बाद संदीप अहिरवार भागते हुए नेतराम के घर पहुंचा और उनके बेटे रोशन को जानकारी दी कि दादा नेतराम खून से लथपथ हालत में खेत के पास पड़े है, पिता नेतराम पर हमला होने की जानकारी मिलते ही रोशन, अपने भाई, अन्य परिजनों सहित खेत पहुंच गया, जहां पर नेतराम ने बताया कि संदीप ने मारा है, नेतराम को खून से लथपथ हालत में उठाकर परिजन निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर डाक्टरों ने जांच के बाद नेतराम को मृत घोषित कर दिया. इधर संदीप घटना की सूचना देकर घर से भाग निकला. खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए, जिन्होने पूछताछ के बाद संदीप की सरगर्मी से तलाश शुरु कर दी, आज संदीप अहिरवार को शारदा बिहार कालोनी में उसकी बुआ के घर से हिरासत में लिया गया है.
आरोपी बोला, दादा के कारण भाईयों को औलाद नहीं हो रही थी-
पुलिस को पूछताछ में आरोपी संदीप अहिरवार ने बताया कि वह तीन भाई है, बड़े भाई की करीब 8 वर्ष पहले व मझले भाई की 4 वर्ष पहले शादी हुई थी, लेकिन दोनों को कोई संतान नहीं थी, जिसके चलते संदीप को लगता था कि नेतराम के जादू-टोना किए जाने के कारण उसके भाईयों को औलाद नहीं हो रही है, तभी उसने नेतराम की हत्या करने की ठान ली थी.
मरने से पहले नेतराम ने लिया संदीप का नाम-
हमले में घायल नेतराम ने अपने बेटे को बताया था कि संदीप ने मारा है, इसके अलावा संदीप के घर से भागने के कारण पुलिस को शक था कि वारदात में संदीप का ही हाथ है, जिसके चलते संदीप को सरगर्मी से तलाश करते हुए हिरासत में लिया तो उसने वारदात को अंजाम देना स्वीकार लिया. पुलिस ने संदीप की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बका भी बरामद कर लिया है.
घटना से परिजन स्तब्ध है-
पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि नेतराम के तीन बेटे रोशन, तुलसीराम व संजीव अहिरवार व दो बेटियों की शादी हो चुकी है, इसके अलावा पत्नी मीराबाई है, घटना के बाद से पूरा परिवार सदमें में है. घटना के बाद से गांव में मातम छाया रहा, आज सुबह से रिश्तेदारों से लेकर गांव के लोगों की भीड़ घर में लगी रही.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में प्रधानमंत्री-गृहमंत्री की मिमिक्री करने वाला युवक गिरफ्तार..!
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