भगवान सूर्य जी का मंत्र : ऊँ घृणि सूर्याय नम: ..
* रविवार को की गई सूर्य पूजा से व्यक्ति को घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. रविवार के दिन उगते हुए सूर्य को देव को एक तांबे के लोटे में जल, चावल, लाल फूल और रोली डालकर अर्घ्य करें.
*इस दिन आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें एवं यथा संभव मीठा भोजन करें. सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है, सूर्य देव को जल देने से पितृ कृपा भी मिलती है.
*रविवार के दिन भैरव जी के दर्शन, आराधना से समस्त भय और संकट दूर होते है, साहस एवं बल की प्राप्ति होती है. रविवार के दिन जी के दर्शन अवश्य करें .
*रविवार के दिन भैरव जी के मन्त्र ” ॐ काल भैरवाय नमः “ या ” ॐ श्री भैरवाय नमः “ की एक माला जाप करने से समस्त संकट, भय दूर होते है, रोगो, अकाल मृत्यु से बचाव होता है, मनवांछित लाभ मिलता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सूर्यदेव के इस गोचर से 14 अप्रैल तक विभिन्न राशि वाले लोगों पर क्या असर होगा
कुंडली में सूर्य और चंद्रमा कमजोर दिखें तो काम में बाधा आने लगती
सूर्य देव को जल चढ़ाते वक्त् बोलें सिर्फ एक मंत्र, कुंडली में भी ठीक हो जाएगी स्थिति बैन
कुंडली में सूर्य राहु की युति को सामान्यतः शुभ नहीं कहा जाता
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