पोर्ट ब्लेयर. अंडमान-निकोबार के कई इलाकों में शनिवार रात 11 बजकर 4 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.1 रही. फिलहाल भूकंप से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार इस भूकंप का केंद्र अंडमान में दिगलिपुर से 3 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित था.
अंडमान निकोबार द्वीप समूह में पिछले महीने भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने तब बताया था कि रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.9 रही थी. भूकंप का केंद्र कैंपबेल बेस से 70 किलोमीटर दूर था. राहत की बात ये रही थी कि भूकंप की वजह से तब भी जान-माल का कोई नुकसान नुकसान नहीं हुआ था.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड और हिमाचल की धरती पर इस साल जनवरी में 24 दिनों में 10 बार भूकंप के झटके आए थे. कहा जा रहा है कि ये किसी बड़े भूकंप की आशंका का खतरा बढ़ा रहा है. भूकंप के लिहाज से वैज्ञानिकों ने देश को पांच अलग-अलग जोन में बांटा है.
ये जोन हैं- उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्वी भारत का पूरा इलाका, गुजरात का कच्छ, उत्तरी बिहार और अंडमान निकोबार सीस्मिक ज़ोन-फाइव में है. यानी इन इलाकों में कभी भी रिक्टर पैमाने पर 8 तीव्रता का खतरनाक भूकंप आ सकता है. इससे जान-माल का बड़ा नुकसान आ सकता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-लद्दाख : भूकंप के झटकों से कांपा बर्फीला रेगिस्तान, 5.2 रही तीव्रता
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