श्रीनगर. परिसीमन आयोग के सदस्यों द्वारा रिपोर्ट में हस्ताक्षर करने के बाद जम्मू-कश्मीर के परिसीमन को लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से जारी अधिसूचना को पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती ने खारिज कर दिया है. उन्होंने अपने एक बयान में कहा है कि परिसीमन क्या है. यह भाजपा का विस्तार है. इसमें जनसंख्या के आधार की अनदेखी की गई है और भाजपा के अनुरूप काम किया गया है.
उन्होंने कहा कि हम इसे सिरे से खारिज करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हमें इस पर भरोसा नहीं है. इसमें की गई सिफारिशें जम्मू-कश्मीर के लोगों कमजोर करने के लिए अनुच्छेद-370 के निलंबन की एक कड़ी है.
एक बयान में महबूबा ने कहा कि इसमें जनसंख्या के आधार की अनदेखी की गई है और भाजपा के अनुरूप काम किया गया है. उन्होंने कहा कि हम इसे सिरे से खारिज करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हमें इस पर भरोसा नहीं है. इसमें की गई सिफारिशें जम्मू-कश्मीर के लोगों कमजोर करने के लिए अनुच्छेद-370 के निलंबन की एक कड़ी है.
वहीं परिसीमन आयोग के सदस्य सुशील चंद्रा ने कहा कि परिसीमन आयोग ने अपना नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इसमें 90 विधानसभा सीटें हैं और 5 संसदीय क्षेत्र की सीटें हैं. 90 सीटों में से 43 सीटें जम्मू के लिए हैं और 47 सीटें कश्मीर क्षेत्र के लिए हैं.
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा ध्यान रखा गया है कि एक ही जिले में ही विधानसभा सीटें हो. पहले एक ही विधानसभा सीट कई जिलों में जा रही थी. हर संसदीय क्षेत्र में 18 विधानसभा की सीटें आएंगी. उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार जम्मू-कश्मीर में 9 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए रखी गई हैं. इसमें से 3 सीटें कश्मीर क्षेत्र के लिए हैं और 6 सीटें जम्मू क्षेत्र के लिए हैं.
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