एमपी में बिजली मीटर में लगेगा क्यूआर कोड, उपभोक्ताओं को मिलेगा सटीक बिल

एमपी में बिजली मीटर में लगेगा क्यूआर कोड, उपभोक्ताओं को मिलेगा सटीक बिल

प्रेषित समय :16:57:17 PM / Sat, May 7th, 2022

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश में अब बिजली मीटरों में क्यूआर लगाए जाएगें, जिससे उपभोक्ताओं को सही बिल प्राप्त होगा, क्यूआर कोड लगने से मनमाने तरीके से बिल जारी करने पर रोक लगेगी, वहीं उपभोक्ताओं को भी बिना वजह परेशान नहीं होगा पड़ेगा, क्यूआर कोड लगाने में 47 पैसे खर्च होगें, इस प्रक्रिया में 10 किलोवाट भार वाले व एचटी उपभोक्ताओं को शामिल नही किया गया है.

बताया गया है कि बिजली कंपनियों ने राजस्व वसूली को बेहतर बनाने के लिए घरेलू व गैर घरेलू उपभोक्ताओं के मीटर में क्यूआर कोड लगाया जाएगा, क्ूयआर कोड लगाने से मीटर रीडिंग करने वाले कर्मचारी को उपभोक्ता के परिसर में जाना अनिवार्य हो जाएगा, क्योंकि बिना क्यूआर कोड स्केन किए उपभोक्ता की जानकारी मोबाइल एप्लीकेशन में नहीं खुलेगी, इस प्रक्रिया में उपभोक्तओं को उचित बिजली की रीडिंग होगी, कंपनी द्वारा कुछ जगहों पर यह प्रयोग शुरु कर दिया गया है. अधिकारियों का यह भी कहना है कि इस व्यवस्था से वास्तविक खपत के आधार पर उपभोक्ता का बिजली का बिल जारी करने में मदद मिलेगी, जिसमें कृषि व गैर कृषि उपभोक्ताओं पर भी यह प्रयोग किया गया है. क्यू आर कोड बिजली कंपनिया हर उपभोक्तओं के मीटर में चस्पा करेगी जब भी रीडिंग करने के लिए कर्मचारी जाएगा, तो एप पर कोड स्केन करना होगा, इसके बाद ही जानकारी ओपन होगी, यदि घर का लोड अधिक है तो उसे जरुरत के हिसाब से बढ़ाया जाएगा, बिना कोड स्के न उपभोक्ता की जानकारी नहीं खुल पाएगी.

क्यूआर कोड लगाए जाने से रीडर एक ही फोटो खींचकर कई उपभोक्ताओं के घर की मीटर रीडिंग दर्ज नहीं कर पाएगें, बिजली का बिल अनाप-शनाप आने की परेशानी से भी उपभोक्ता बचेगा, रीडर सब्सिडी के लिए 100 यूनिट के भीतर रीडिंग दर्ज कर देते है, क्यूआर कोड से सटीक मीटर रीडिंग होगी, व 30 दिन का बिल आएगा, तीन महीने में प्रदेश के एक करोड़ से अधिक घरेलू व गैर घरेलू उपभोक्ताओं के मीटर में इसे लगा दिया जाएगा, मीटर रीडर को भी उपभोक्ता से बिल मांगने या उसके घर में उपस्थित न होने पर किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी, रीडर सिर्फ क्यूआर कोड स्केन करेगा और तत्काल ही उपभोक्ता को बिल थमा देगा, कंपनी के अधिकारी भी यदि निरीक्षण पर जाएगें तो उपभोक्ता से बिल की मांग नहीं करेगे, क्यूआर स्केल करते ही सारी जानकारी अधिकारी के हाथ में होगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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