कोटा. एआईआरएफ के आव्हान पर 8 मई 1974 को 18 सूत्रीय मांगों को लेकर रेल हड़ताल की गई थी, जिसके बाद से ही बोनस मिलने की शुरुआत हुई थी. 1974 की ऐतिहासिक रेल हड़ताल के आगाज की स्मृति में आज 8 मई को डब्ल्यूसीआरईयू के महामंत्री कॉम मुकेश गालव की अगुवाई में रेल कर्मचारियों ने हड़ताल की स्मृतियों को याद किया और अमर शहीदों की याद में मौन रखकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की.
रेल कर्मचारियों ने 8 मई ऐतिहासिक हड़ताल में शहीद हुए रेलकामगारों को याद किया. साथ ही आज यूनियन के नेतृत्व में कर्मचारियो द्वारा एकत्रित होकर 2 मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि अर्पित की.
श्रद्धांजलि पश्चात 1974 की हड़ताल के बारे में कर्मचारियो को संबोधित करते हुए महामंत्री कॉम मुकेश गालव ने कर्मचारियो को धोखा देने व हड़ताल से दूरी बनाने की एनएफआईआर/मजदूर संघ की करतूत को भी कर्मचारियो से साझा किया गया. साथ ही हड़ताल के इतिहास और प्रमुख मांगो बोनस, रेल कर्मचारी के आश्रित को नौकरी और कैडर री स्ट्रक्चरिंग पर विस्तार से साथियों को अवगत करवाया. रेलकर्मियों ने इस अवसर पर मजदूरों के हितों के लिए सदैव लडऩे का संकल्प भी लिया.
कार्यक्रम का संचालन यूनियन के सहा मंडल सचिव कॉम नरेश मालव ने किया. इस अवसर पर यूनियन के कोषाध्यक्ष कॉम इरशाद खान, मंडल पदाधिकारी कॉम बीएन शर्मा, प्रदीप शर्मा, जयपुर बैंक डायरेक्टर कॉम मंजीत बग्गा दीपक राठौड़, उदय प्रकाश मीणा, जफर भाई, मस्तराम, चेतराम मीणा, डीके अरोड़ा, पीसी मंटवाल, ललित मिश्रा, अजित नागर, पंकज टटवाल, सवर्नजीत, किशन गोपाल मीणा, कमल, देवेन्द्र पाल, बबीता, रेखा, दर्शना, सीमा सिंह, संतरा मीणा, उर्मिला सहित सैंकड़ों रेलकर्मी उपस्थित रहे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पमरे के भोपाल एडीआरएम पर महिला रेल कर्मचारी से अनुकंपा नौकरी के नाम पर दुष्कर्म का आरोप, एफआईआर दर्ज
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