नजरिया. कुछ समय पहले विधानसभा में तेजस्वी यादव पर सीएम नीतीश कुमार बेहद नाराज हुए थे, लेकिन उसके बाद अब इसी माह में इनके बीच दो बार हुई मुलाकात ने सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है!
क्या यह बिहार में किसी बड़े बदलाव के सियासी संकेत हैं?
पल-पल इंडिया ने पहले भी लिखा था कि नीतीश कुमार भले ही सत्ता में बीजेपी के साथ हों, लेकिन विचारधारा के हिसाब से वे गैर-भाजपाइयों के ज्यादा करीब हैं, लिहाजा जेडीयू और बीजेपी का साथ तेल-पानी का संगम है, कुछ देर एहसास कराता है कि पूरी तरह से मिल गए हैं, लेकिन फिर अलग-अलग नजर आने लगते हैं!
इस वक्त बिहार की राजनीति में जातीय जनगणना के मुद्दे पर फिर से नया समीकरण बनता नजर आ रहा है और खबरों की मानें तो जातीय जनगणना के मुद्दे पर दो दिन पहले नीतीश कुमार ने बयान देते हुए कहा था कि- केंद्र की मोदी सरकार इसे नहीं करेगी, लेकिन राज्य सरकारों को इसकी अनुमति है?
यही नहीं, उन्होंने इस मुद्दे पर बिहार के लोगों से राय लेने की बात कही थी और यह भी कहा था कि- पहले बात करेंगे, बैठक करेंगे और उसके बाद फैसला लेंगे, बिहार में जब यह होगी, तो पूरे तौर पर होगी, उसके लिए सब पार्टियों की मीटिंग होगी!
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव ने पहले ही अल्टीमेटम दिया था कि 72 घंटे के अंदर सीएम नीतीश कुमार मुझे बुलाकर इस मसले पर बात करें, नहीं तो पटना से दिल्ली तक पैदल मार्च करेंगे?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समय से पहले ही बुधवार को तेजस्वी यादव को आमंत्रित कर लिया और उनके बीच मुख्यमंत्री आवास में अकेले में आधे घंटे से ज्यादा समय की मुलाकात हुई.
खबर है कि इस मुलाकात के बाद तेजस्वी ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने जातीय जनगणना को लेकर जल्द ही सर्वदलीय बैठक बुलाने का आश्वासन दिया है.
सियासी सयानों का मानना है कि जिस तरह की सियासी रस्साकशी जेडीयू और बीजेपी के बीच चल रही है, उसे देखते हुए बिहार का सत्ता का समीकरण बदल जाए, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए?
बीजेपी के साथ चलते रहे नीतीश कुमार, तो सत्ता तो रहेगी, पर संगठन कमजोर होता चला जाएगा?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अभिमनोजः बीजेपी के साथ चलते रहे नीतीश कुमार, तो सत्ता तो रहेगी, पर संगठन कमजोर होता चला जाएगा? news in hindi https://t.co/kb2Rye2tJr
— Palpalindia.com (@PalpalIndia) May 2, 2022
अभिमनोजः बाहरवाले के बाद अब घरवाला खाना भी महंगा! गैस सिलेंडर के दाम में आग लगी, तो जेब जलने लगी?
अभिमनोजः बिहार में पीके जो भी करेंगे, फायदा बीजेपी को होगा?
अभिमनोजः पश्चिम बंगाल- अपने नाराज हैं, गैरों के हौसले बुलंद हैं, तो क्या कर पाएंगे अमित शाह?
अभिमनोजः गुजरात को लेकर बीजेपी बेचैन! अरविंद केजरीवाल किसका नुकसान करेंगे?
Leave a Reply