आज का दिनः मंगलवार, 17 मई 2022, श्रीराम दरबार और महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना से जीवन में सुखशांति आती है!

आज का दिनः मंगलवार, 17 मई 2022, श्रीराम दरबार और महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना से जीवन में सुखशांति आती है!

प्रेषित समय :20:57:32 PM / Mon, May 16th, 2022

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* जिनका जन्म किसी भी पक्ष की नवमी तिथि को हुआ हो, मंगलवार को हुआ हो या फिर 9, 18 या 27 तारीख को हुआ हो, वे मंगल के प्रभाव क्षेत्र में आते हैं. 
* कई लोगों की जन्म पत्रिका में मंगल दोष होता है.
* श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन संभव नहीं हो तो हर नवमी और प्रति मंगलवार- श्रीराम दरबार और महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना करनी चाहिए, इससे जीवन में सुखशांति आती है.
* शुभ मंगल, भाई और रक्त संबंधियों से मधुर संबंध देता है तो भूमि आसानी से प्राप्त होती है. अशुभ मंगल के परिणाम इसके उलट होते हैं. अशुभ मंगल ऋणग्रस्त करता है और रक्त दोष का कारण भी होता है.
* शुभ मंगल की शुभता बढ़ाने और अशुभ मंगल दोष से मुक्ति के लिए- 
प्रतिदिन गोस्वामी तुलसीदास रचित श्रीराम स्तुति करें... 
श्रीरामचन्द्र कृपालु भजमन हरणभवभयदारुणं.
नवकञ्जलोचन कञ्जमुख करकञ्ज पदकञ्जारुणं ॥1॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नवनीलनीरदसुन्दरं.
पटपीतमानहु तडित रुचिशुचि नौमिजनकसुतावरं ॥2॥
भजदीनबन्धु दिनेश दानवदैत्यवंशनिकन्दनं.
रघुनन्द आनन्दकन्द कोशलचन्द्र दशरथनन्दनं ॥3॥
शिरमुकुटकुण्डल तिलकचारु उदारुअङ्गविभूषणं.
आजानुभुज शरचापधर सङ्ग्रामजितखरदूषणं ॥4॥
इति वदति तुलसीदास शंकरशेषमुनिमनरञ्जनं.
ममहृदयकञ्जनिवासकुरु कामादिखलदलगञजनं ॥5॥
मनु जाहि राचेउ मिलिहि सो बरु सहज सुन्दर सावरो . 
करुना निधान सुजान सीलु सनेहु जानत रावरो ॥6॥
एही भाँति गौरी असीस सुनी सिय सहित हिय हरषीं अली. 
तुलसी भवानी पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ॥7॥
जानी गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि. 
मञ्जुल मङ्गल मूल बाम अङ्ग फरकन लगे ॥8॥
॥ सियावर रामचन्द्र की जय ॥
* श्रीराम की इस प्रार्थना के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें, मंगल के सारे अमंगल दूर होंगे!

- आज का राशिफल -  
मेष राशि:- चाहे घर-परिवार के रिश्तों की बात हो या किसी प्यार के रिश्ते की, किसी भी एक रिश्ते को बढ़ावा देने के लिए किसी दुसरे रिश्ते को नाराज़ न कर लें. ऐसा करके आप व्यर्थ में लोगों से फासले न बढाते चले जाएँ.

वृष राशि:- अपनों के करीब आने के जो भी अच्छे मौके मिल रहे हैं उन्हें अपने हाथ से जाने न दें. ऐसे में अपनी सीमाओं से बढ़कर भी कुछ किसी के लिए कुछ करना पड़े तो भी घबराएँ नहीं.

मिथुन राशि:- अपने दोस्तों से किसी बहस में बिलकुल न पड़ें और अगर कोई बहस छिड जाये तो उसमे सिर्फ अपने फायदे की बात न करते चले जाएँ, ऐसा करके आप कहीं अपनी छवि न बिगाड़ लें.

कर्क राशि:- अपने कामकाज में नियमित हो जाने के जो फायदे हैं उन्हें कम न समझें. अपने पैसे की स्तिथि को अगर बचाए रखना है तो बहुत ज्यादा उदारता भी न दिखाएँ. थोडा सा अपना हाथ खींच लें.

सिंह राशि:- अपनी अच्छाई को बनाये रखना है तो किसी भी तरह की गलतफ़हमी में न पड़ें. अपनी बात बहुत स्पष्टता से कहें ताकि कोई दिक्कत पैदा ही न हो.

कन्या राशि:- अपने काम या कारोबार को लेकर कोई ऐसा बड़ा कदम न उठायें जो आपको किसी खतरे में डाल दे. ऐसे समय में अपनी बचत को भी किसी खतरे में डालना ठीक नहीं होगा.

तुला राशि:- आसानी से लोगों की मदद मिलने की वजह से आप अपने लिए कोई खतरा न पैदा करते चले जाएँ. अपने खर्चों क व्यर्थ में बढ़ा लेना भी एक तरह की गलती है जिसे बेकाबू न होने दें.

वृश्चिक राशि:- कामकाज के क्षेत्र में आपके साथी सहयोगी हों या आपके बॉस, किसी से भी मतभेद में बिलकुल न पड़ें. ऐसा करके आप अपनी दिक्कतों को कहीं इतना न बढ़ा लें की उसका बुरा असर आपके काम की स्थिरता पर पड़े.

धनु राशि:- किसी प्यार के रिश्ते को समझने में या उसमे समय लगाने में कोई कमी न रखें. हालात मददगार हैं इसलिए भी अपनी स्तिथि का सही आंकलन करना होगा, ताकि घर-परिवार से जुडी चिन्ताओं को लेकर आप कहीं परेशान न हो जाएँ.

मकर राशि:- घर-परिवार में किसी छोटी बात को लेकर किसी बात को बिगाड़ें नहीं. ऐसे किसी अहम व्यक्ति को नाराज़ कर लेना ठीक नहीं है जो आपकी मदद करना चाह रहा है.

कुम्भ राशि:- अपनी मेहनत को और अपनी लगन को इस रूप से बनायें की वो आपको लोगों से जोड़ सके. रिश्तों की अच्छी बनती हुई संभावनाओं से कामकाज के क्षेत्र में भी बढ़ोतरी होगी. अपने साथी सह्योगिओं को किसी भी वजह से शक की नजर से बिलकुल न देखें.

मीन राशि:- किसी भी तरह की बहस में पैसे को मुद्दा न बनायें. ऐसा करने से पैसे के फंसने का अंदेशा हो जायेगा और यही इस समय ठीक नहीं है.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 9131366453 

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- मंगलवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा                  रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- रोग                             पहला- काल
दूसरा- उद्वेग                          दूसरा- लाभ
तीसरा- चर                           तीसरा- उद्वेग
चौथा- लाभ                            चौथा- शुभ
पांचवां- अमृत                       पांचवां- अमृत
छठा- काल                             छठा- चर
सातवां- शुभ                         सातवां- रोग
आठवां- रोग                          आठवां- काल

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

पंचांग
मंगलवार, 17 मई 2022
नारद जयन्ती
शक सम्वत1944   शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते3
मास ज्येष्ठ
दिन काल13:36:15
तिथिप्रतिपदा - 06:27:08 तक, द्वितीया - 27:02:01 तक
नक्षत्र अनुराधा - 10:46:53 तक
करण कौलव - 06:27:08 तक, तैतिल - 16:44:54 तक
पक्ष कृष्ण
योग शिव - 22:37:13 तक
सूर्योदय 05:29:28
सूर्यास्त 19:05:44
चन्द्र राशि वृश्चिक
चन्द्रोदय 20:41:59
चन्द्रास्त 06:11:00
ऋतु ग्रीष्म
अभिजित मुहूर्त 11:40 ए एम से 12:33 पी एम
अग्निवास पृथ्वी - 06:25 ए एम तक,
आकाश - 03:00 ए एम, मई 18 तक, पाताल
दिशा शूल उत्तर
नक्षत्र शूल पूर्व - 10:46 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
चन्द्र वास उत्तर
राहु वास पश्चिम
जय श्रीराम! मंगल दोष से मुक्ति के लिए क्या करें?

https://www.youtube.com/watch?v=YOsVUtUrlyY&t=15s

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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