आज का दिनः बुधवार 18 मई 2022, शुभ मुहूर्त मिल जाए तो उत्तम अन्यथा शुभ संकल्प के साथ कार्य आरंभ करें!

आज का दिनः बुधवार 18 मई 2022, शुभ मुहूर्त मिल जाए तो उत्तम अन्यथा शुभ संकल्प के साथ कार्य आरंभ करें!

प्रेषित समय :21:13:14 PM / Tue, May 17th, 2022

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
शुभ मुहूर्त को लेकर अक्सर लोग तनाव में रहते हैं और इस कारण से कई बार अच्छे काम न केवल देर से होते हैं बल्कि कई बार खराब भी हो जाते हैं. शुभ मुहूर्त किसी कार्य को प्रारंभ करने के लिए शुभ समय-समूह उपलब्ध करवाता है लेकिन इसमें भी अशुभ क्षण होते हैं. इसी तरह शेष समय-समूह में भी शुभ क्षण होते हैं. इसलिए शुभ मुहूर्त मिल जाए तो उत्तम अन्यथा शुभ संकल्प के साथ कार्य आरंभ करें, शुभ परिणाम ही मिलेंगे. वैसे अभिजीत मुहूर्त ऐसा शुभ समय है जो शुभ मुहूर्त के अभाव में कार्यारंभ के लिए उत्तम मुहूर्त माना जाता है. जब शुभ कार्य, यात्रा, अक्षरारंभ, विवाह आदि संस्कारों के लिए मुहूर्तों में शुद्ध लग्न नहीं मिल रहा हो, तब सभी शुभ कार्य अभिजीत मुहूर्त में किए जा सकते हैं...यह शुभ कार्यों के लिए उत्तम है...यह मध्याह्न में अष्टम मुहूर्त होता है...अभिजीत मुहूर्त ब्रह्मा के वरदान से सर्वसिद्धिदायक है, लेकिन बुधवार और दक्षिण दिशा की यात्रा के लिए वर्जित है... इस मुहूर्त में विवाह सफल होते हैं, परिवार की सुख-समृद्धि-संतान में वृद्धि होती है. कार्य-व्यवसाय और धन संचय के लिए यह श्रेष्ठ मुहूर्त माना जाता है. प्रतिदिन इस समय में व्यावसायिक कार्य जैसे आर्डर- माल लेना, भेजना, धन जमा करना- सेविंग आदि किए जा सकते हैं. ईएमआई भरना आदि भी इस समय में करने से जल्दी कार्य सम्पन्न होते हैं, ऋणमुक्ति मिलती है!

किसी भी कार्य को शुभ समय में शुरू करने का इतना ही लाभ होता है उस कार्य के दौरान कम से कम बाधाएं आती हैं और परिणाम शुभ मिलने की उम्मीद रहती है लेकिन वास्तविक परिणाम तो व्यक्तिगत सद्कर्म और भाग्य पर ही निर्भर रहता है. सद्कर्म और प्रयास के बगैर शुभ मुहूर्त और भाग्य अर्थहीन हो जाते हैं जैसे प्रकाश के बगैर छाया का अस्तित्व नहीं रहता है! जब भाग्य कमजोर हो तो पवित्र प्रार्थना के साथ शुभ मुहूर्त में शुभ कर्म आरंभ करें, कामयाबी मिलेगी. 
भाग्य महज कर्म की कामयाबी का प्रतिशत तय करता है इसलिए भाग्य से जीतने के लिए अधिकाधिक शुभ कर्म करें.
अभिजीत मुहूर्त में कार्यारंभ करते समय सफलता के लिए पवित्र मन से ब्रह्मा देव से प्रार्थना करें, संभव हो तो कार्य की सफलता के पश्चात ब्रह्मा देव के दर्शन करें. देश में ब्रह्मा मंदिर बहुत कम हैं. प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिरों में अजमेर के पास पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर है तो राजस्थान में ही बांसवाड़ा के पास छींच में प्राचीन ब्रह्मा मंदिर है.

- आज का राशिफल- 
मेष राशि:- पुराने संगी-साथी तथा रिश्तेदारों से मुलाकात होगी. उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी. आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी. किसी लंबी यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है. क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें. बुद्धि का प्रयोग लाभ में वृद्धि तथा समस्या में कमी करेगा. व्यापार ठीक चलेगा.

वृष राशि:- बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे. नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति पर व्यय होगा. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. निवेश शुभ फल देगा. भाग्य का साथ मिलेगा. नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है. दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें.

मिथुन राशि:- प्रयास सफल रहेंगे. काफी समय से लंबित कार्य पूर्ण होने के योग हैं. पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा. जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे. सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा किसी वरिष्ठ व्यक्ति से प्राप्त होगी. आय में वृद्धि होगी. निवेश शुभ फल देगा. जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा.

कर्क राशि:- दु:खद समाचार मिल सकता है. नौकरी में कार्यभार रहेगा. विवाद से दूर रहें. पुरानी व्याधि परेशानी का कारण बन सकती है. कीमती वस्तुएं संभालकर रखें. बेवजह तनाव व चिंता रहेंगे. मामूली बात पर विवाद हो सकता है. कारोबार में लाभ होगा. मन में संवेदनशीलता बनी रहेगी.

सिंह राशि:- किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा. स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद मिलेगा. विद्यार्थी वर्ग अपने क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करेगा. किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा. सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होगी. धन प्राप्ति सुगम होगी. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी.

कन्या राशि:- भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी. कारोबारी बड़ा लाभ हो सकता है. परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी. नौकरी में उच्चाधिकारियों की प्रसन्नता प्राप्त होगी. प्रशंसा मिलेगी. जल्दबाजी व अति उत्साह में कोई कार्य न करें. धनार्जन होगा. प्रसन्नता बनी रहेगी.

तुला राशि:-  कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालयों में रुके कामों में अनुकूलता रहेगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. दांपत्य जीवन में आनंद बना रहेगा. मातहतों का सहयोग मिलेगा. किसी भी तरह के विवाद में न पड़ें. निवेश शुभ रहेगा. व्यापार-व्यवसाय में गति बनी रहेगी. प्रमाद न करें.

वृश्चिक राशि:- पुराना रोग परेशानी का कारण रहेगा. सेहत पर विशेष ध्यान दें. वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें. दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें. वाणी पर नियंत्रण आवश्यक है. कारोबारी लाभ में वृद्धि होगी. आय बनी रहेगी. निवेश में जल्दबाजी न करें.

धनु राशि:- तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी. किसी जानकार व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा. कोर्ट व कचहरी के कार्यों में गति आएगी. व्यापारी वर्ग लाभ की वृद्धि का आनंद ले सकता है. व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है. सावधानी आवश्यक है. धन प्राप्ति सुगम होगी.

मकर राशि:- बकाया वसूली समय पर होगी. नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी. व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. निवेश शुभ रहेगा. भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी. भाग्य अनुकूल है. समय का लाभ लें.

कुम्भ राशि:- आशा व निराशा के बीच समय गुजरेगा. आर्थिक परेशानी रहेगी. फालतू खर्च होगा. बजट बिगड़ेगा. दूसरों से अपेक्षा न करें. समय पर काम नहीं होने से तनाव रहेगा. महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें. वाणी में हल्के शब्दों का प्रयोग न करें.

मीन राशि:- धर्म-कर्म में आस्था बढ़ेगी. आर्थिक उन्नति व कार्यप्रणाली सुधारने के लिए नई योजना बनेगी. तत्काल लाभ नहीं होगा. सामाजिक सेवाकार्य करने के लिए प्रेरणा मिलेगी. मान-सम्मान मिलेगा. धन प्राप्ति सु्गम होगी. उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे. दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं, सावधान रहें.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- बुधवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- लाभ                         पहला- उद्वेग
दूसरा- अमृत                         दूसरा- शुभ
तीसरा- काल                       तीसरा- अमृत
चौथा- शुभ                           चौथा- चर
पांचवां- रोग                         पांचवां- रोग
छठा- उद्वेग                         छठा- काल
सातवां- चर                        सातवां- लाभ
आठवां- लाभ                     आठवां- उद्वेग

* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

पंचांग  
बुधवार, 18 मई 2022
शक सम्वत1944   शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते4
मास ज्येष्ठ
दिन काल13:37:23
तिथि तृतीया - 23:38:46 तक
नक्षत्र ज्येष्ठा - 08:10:17 तक
करण वणिज - 13:19:37 तक, विष्टि - 23:38:46 तक
पक्ष कृष्ण
योग सिद्ध - 18:43:49 तक
सूर्योदय 05:28:57
सूर्यास्त19:06:20
चन्द्र राशि वृश्चिक - 08:10:17 तक
चन्द्रोदय 21:52:00
चन्द्रास्त 07:05:59
ऋतु ग्रीष्म
अभिजित मुहूर्त कोई नहीं
अग्निवास पृथ्वी
दिशा शूल उत्तर
नक्षत्र शूल पूर्व - 08:10 ए एम तक
चन्द्र वास उत्तर - 08:10 ए एम तक
पूर्व - 08:10 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास दक्षिण-पश्चिम

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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