नजरिया. जहां एक ओर मोदी सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर तमाम बीजेपी नेता योजना के साथ खड़े हैं, वहीं अकेले बीजेपी सांसद वरुण गांधी ही युवाओं केे साथ हैं और बीजेेपी नेताओें के अमर्यादित बयानों के खिलाफ बोल रहे हैं? खबरों की मानें तो बिहार में भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं को जिहादी करार दिया था, जिसका विरोध दर्ज करवाते हुए यूपी के पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कड़ा जवाब देते हुए कहा है कि- किसान जब अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरें तो वो खालिस्तानी, युवा सेना में बहाली को लेकर सड़कों पर आये तो वे जेहादी, देशभक्त युवा मां भारती की सेवा का भाव मन में लिए दधीचि की तरह अपनी हड्डियां गलाता है तब जा कर फ़ौज में नौकरी पाता है, लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन सबका अधिकार है!
याद रहे, बिहार में बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने इस अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं को जिहादी कहा था, इतना ही नहीं, उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर भी शब्दबाण चलाए हैं? हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा था कि- मैं तो साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि इस योजना से जिनको भी दिक्कत है वो या तो जेहादी है या फिर समीकरणवादी हैं, ये लोग समीकरण बनाकर सिर्फ राज्य में सरकार बनाना चाहते हैं, जो युवा है, जिसके शरीर में जज्बा है कुछ करने की, देश के लिए मर मिटने की, वो सारे युवा खुश हैं.
बिहार में हिंसा जानबूझकर कर कराई जा रही है. ये सेना का नौकरी नहीं है, देश सेवा है. जिसमे हिम्मत है वो ही इस सेवा में जाएगा. देशभक्ति सस्ती चीज नहीं है. शपथ ही लिया जाता है कि हम मरेंगे. लेकिन जो लोग सुख सुविधा खोज रहे हैं, सेना ऐसे लोगों के लिए नहीं है? देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में वरुण गांधी कामयाब होते हैं या शत्रुघ्न सिन्हा बनकर रह जाते हैं?
जिस महान सेना की वीर गाथाएं कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्योता, उसे देने वाले को ही मुबारक?
भारतीय सेना माँ भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक ‘नौकरी’ नहीं!
https://twitter.com/i/status/1538445048114999297
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1538911160186966019
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जब एक नौजवान का सपना मरता है, तो पूरे देश का सपना मरता है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 20, 2022
क्या 4 साल के पश्चात अग्निवीरों का सम्मानजनक पूनर्वास होगा? मेरा मानना है कि जब तक समाज के आखिरी व्यक्ति की आवाज न सुनी जाए, तब तक कोई भी कानून का निर्माण न हो।
पूरा विडीओ यहाँ देखें – https://t.co/uvlVlm13xt pic.twitter.com/Ywo1iAfyHR
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