मोतिहारी. बिहार के मोतिहारी में सेहरा बांध कर एक डॉग शादी करने पहुंचा. उसकी दुल्हन बनी डॉगी ने भी लाल दुपट्टा डाल रखा था. इलाके में डॉग्स की शादी इन दिनों चर्चा में है. जहां बैंड-बाजे के साथ शादी की हर रस्म उसी जोश और खुशी के साथ निभाई गई, जैसे इंसान की शादी में होता है. दरअसल, मन्नत पूरी होने पर डॉग के मालिक ने उसकी शादी कराई, जिसमें गांव वाले बाराती बने और धूमधाम से विवाह हुआ.
यह शादी तीन दिन पहले मजूराहा गांव में हुई. इस दौरान इंसानों की शादी की तरह सारी व्यवस्था की गई. डीजे बजा तो बैंड भी बुलाया गया. रसोइया लगाकर पकवान बनाए गए. दूल्हा बने डॉग को सेहरा बांधा गया तो दुल्हन बनी डॉगी को लाल जोड़े में लाया गया. पूरी विधि-विधान के साथ शादी संपन्न कराई गई. इसमें तकरीबन पूरे गांव के लिए भोज की व्यवस्था की गई. लोगों ने भी दूल्हा-दुल्हन को गिफ्ट में रुपए दिए.
पहले कभी नहीं देखी ऐसी शादी- ग्रामीण
कल्लू (डॉग) और बंसती (डॉगी) की शादी इन दिनों सभी की जुबान पर है. शादी में कई लोगों ने शिरकत की और सभी ने कहा- पहले तो कभी नहीं देखा. पर यह अच्छा लग रहा है. शादी में बारात से पहले पूजा, मटकोर की विधि भी पूरी की गई. फिर शादी संपन्न कराई गई.
मालिक ने शादी से पहले किया नामकरण
डॉग के मालिक नरेश सहनी और डॉगी की मालकिन सबिता देवी ने दोनों की शादी से पहले उनका नामकरण किया. महिला ने कहा कि उन्होंने अपने बच्चों को लेकर कुछ मन्नत मांगी थी, जो पूरी हुई. इसलिए वो ये शादी करवा रही हैं. इनकी शादी में बैंड बाजा और डीजे का भी इंतजाम किया गया. शादी में लगभग तीन से चार सौ लोग पहुंचे थे. वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह की शादी उन्होंने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखी.
शादी को लेकर क्या कहते हैं पंडित
शादी कराने वाले पंडित धर्मेंद्र कुमार पांडेय ने कहा, डॉग और डॉगी की शादी सभी को कराना चाहिए. क्योंकि ये भैरव का रूप होते हैं और इस तरह की शादी कराने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अभिमनोजः बिहार में अग्निपथ पर बीजेपी-जेडीयू गठबंधन! राष्ट्रपति चुनाव के बाद कुछ बड़ा होगा?
अग्निपथ पर बवाल से रेल यात्री बेहाल: बिहार में 19 जून को नहीं चलेगी कोई ट्रेन, 369 ट्रेनें रद्द
Leave a Reply