गरियाबंद. सुरक्षाबलों की नक्सलियों से छत्तीसगढ़-ओडिशा की सीमा पर मंगलवार 21 जून को मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए हैं. वहीं लगभग 15 जवान घायल हैं. दरअसल सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी ड्यूटी पर निकली हुई थी. उसी दौरान उन पर हमला हो गया. बताया जा रहा है जवानों ने भी नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
जानकारी के मुताबिक, ओडिशा के नुवापाड़ा जिले में सीआरपीएफ 19 बटालियन के जवान रोड ओपनिंग ड्यूटी पर निकले थे. वो अभी भैंंसादानी थाना क्षेत्र के बड़ापारा के जंगल के पास पहुंचे थे. उसी दौरान नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी. इसी फायरिंग में एएसआई-शिशुपाल सिंह, एएसआई-शिवलाल और कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र कुमार सिंह शहीद हो गए हैं. शिशुपाल सिंह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले थे. शिवलाल महेंद्रगढ़ और धर्मेंद्र सिंह रोहतास के रहने वाले थे.
फायरिंग की आवाज आने पर जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. कहा जा रहा है कि मौके पर अभी भी 100 से ज्यादा नक्सली मौजूद हैं. फिलहाल मौके पर सर्च अभियान तेज कर दिया गया है. साथी जवानों ने शव को किसी तरह से रिकवर कर लिया गया है. मौके से कुछ हथियार भी बरामद किए गए गए हैं. जवानों के शव कैंप तक भेजा जा रहा है. नक्सलियों को कितना नुकसान हुआ है. अभी यह पता नहीं चल सका है.
जानकारी मिली है कि नक्सलियों को पहले से इस बात की सूचना थी कि जवान यहां पर आने वाले हैं. इसलिए उन्होंने सुनियोजित तरीके से घेराबंदी कर, पहले जवानों को फंसाया था. इसके बाद फायरिंग की है. फायरिंग में लगभग 15 जवान घायल हुए हैं. ये भी पता चला है कि घटनास्थल के पास में ही सीआरपीएफ का एक कैंप भी कुछ दिन पहले खुला था. उसके पास ही यह घटना हुई है. मौके पर सर्च ऑपरेशन जारी है. यह इलाका नक्सलियों के कोर इलाके में गिना जाता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अजब है छत्तीसगढ़ कांग्रेस: कुत्ते, बिल्ली, गाय को बना दिए युकां का सदस्य, वोटिंग भी कराया
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