अहमदाबाद. देश के राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में हुई भारी क्रॉस वोटिंग ने विपक्षी दलों की नींद उड़ा दी है. एक रिपोर्ट के अनुसार विपक्षी दलों के 17 सांसदों और 125 विधायकों ने मुर्मू के पक्ष में मतदान किया है. जिसके बाद गुजरात कांग्रेस ने ये पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया है कि उसके किन विधायकों ने विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट न देकर, पार्टी लाइन का उल्लंघन किया.
भाजपा शासित गुजरात, असम, मध्य प्रदेश और गोवा से लेकर कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ और टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल में द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में सांसदों और विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, जिसने विपक्ष की रणनीति, योजना और अभियान में अंतर को उजागर किया. द्रौपदी मुर्मू ने कुल 4701 वैध मतों का 64 प्रतिशत मूल्य हासिल कर एक जोरदार जीत दर्ज की, जबकि सिन्हा बहुत पीछे रहे. इलेक्टोरल कॉलेज में 4701 वैध मत डाले गए, जिसका कुल मूल्य 10,56,980 होता है, इसमें से द्रौपदी मुर्मू को 6,76,803 और यशवंत सिन्हा को 3,80,177 मूल्य के वोट मिले.
भारत की पहली निर्वाचित आदिवासी राष्ट्रपति ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वोटों का प्रबंधन किया, जिसमें केरल भी शामिल था. यहां उन्होंने एक वोट हासिल किया, भले ही राज्य में भाजपा का कोई विधायक नहीं है. आम आदमी पार्टी शासित पंजाब में भी द्रौपदी मुर्मू को 8 वोट मिले. हालांकि राज्य में भाजपा के पास 2 विधायक हैं, जबकि शिअद के 3, एक अनुपस्थित और बसपा का 1 विधायक है. पंजाब से मुर्मू के खाते में गए 3 वोटों का अतिरक्ति बैलेंस भी किसी पार्टी का हो सकता है.
आंध्र प्रदेश, सिक्किम और नागालैंड में 100 प्रतिशत स्कोर के अलावा, मुर्मू ने असम, गोवा, गुजरात, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, एमपी, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में क्रॉस वोट हासिल कर अपने ही अभियान प्रबंधकों को चौंका दिया. गुजरात में द्रौपदी मुर्मू को 121 वोट मिले, जबकि बीजेपी के पास सिर्फ 111 विधायक हैं. हो सकता है गुजरात में उन्हें एनसीपी का 1 और 1 भारतीय ट्राइबल पार्टी का वोट हासिल हुआ हो, लेकिन बाकी 8 वोट कांग्रेस से आया होगा यह तय है. क्योंकि भाजपा की ओर से कोई क्रॉस वोटिंग नहीं हुई.
असम में जहां एनडीए के 79 विधायक हैं, वहां मुर्मू को 104 वोट मिले हैं. मध्य प्रदेश में उन्होंने 20 अतिरिक्त वोट हासिल किए. चुनाव आयोग ने शुक्रवार को द्रौपदी मुर्मू को भारत के अगले राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया. इसके बाद प्रमाण पत्र केंद्रीय गृह सचिव को भेजा जाएगा, जो 25 जुलाई को 15वें राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में इसे पढ़कर सुनाएंगे. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सीएम ममता बनर्जी का बड़ा ऐलान: उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग से दूर रहेगी टीएमसी
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