शिवपुरी. मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एक बेटे ने बिहार से ऑनलाइन सुपारी किलर बुलाकर पिता की हत्या करवा दी. पुलिस ने 36 घंटे में इस मर्डर केस का खुलासा किया और बेटे सहित दो आरोपियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि बेटा आपराधिक प्रवृत्ति का है. इस वजह से पिता उसे ज्यादा रुपये नहीं देते थे. इसी बात से नाराज होकर उसने पिता की ही हत्या करवा दी.
जानकारी के अनुसार 22 जुलाई को पिछोर में रहने वाले अंकित गुप्ता उर्फ संतोष ने थाने में रिपोर्ट में की कि 22 जुलाई तड़के 2:30 बजे हमने गोली की आवाज सुनी. इसके बाद मैं नीचे गया तो देखा कि घर का दरवाजा बंद है. मेरी पत्नी ने ऊपर जाकर भी देखा, लेकिन वहां कोई नहीं दिखा. हम दोनों दोबारा सो गए. उस वक्त पिता महेश कुमार गुप्ता तीसरी मंजिल पर सो रहे थे. अंकित ने पुलिस को बताया कि मैं सुबह करीब 6 बजे उठा तो देखा कि दरवाजे की चाबी खिड़की पर रखी है. मेरे पिता रोज सुबह घुमने जाते थे. उस दिन वो नहीं गए. मैंने ऊपर जाकर देखा तो उनके सिर से खून निकल रहा था. उसके बाद मैंने पड़ोसियों को बुलाया और बताया कि किसी ने पिता को सिर में गोली मार दी है. मैंने थाने पर सुबह ही सूचना दे दी.
शिवपुरी एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे घर का मुआएना किया. पुलिस की टीम को युवक की बात भरोसा नहीं था. पुलिस को शुरू से ही बेटे पर शक हुआ. उसका कारण ये था कि जिस तीन मंजिला मकान की बात वह कर रहा था, उसमें आने-जाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता है. युवक के अनुसार वो दरवाजा बंद था. इसके बाद पुलिस अंकित को थाने ले गई और उससे सख्ती से पूछताछ की. इससे पहले पुलिस ने उसकी मोबाइल लोकेशन भी देखी. पुलिस की पूछताछ में अंकित टूट गया और हत्या का सारा राज खोल दिया.
गौरतलब है कि पिता की हत्या का आरोपी अंकित और उसका दोस्त नितिन लोधी शौकीन किस्म के अपराधी हैं. इन दोनों को घरवाले खर्च करने के लिए रुपये नहीं देते थे. इसलिए दोनों ने मिलकर किसी किडनैपिंग की योजना बनाई. वे इस अपराध के लिए सोशल मीडिया पर किसी की तलाश कर रहे थे. इस बीच उन्हें बिहार का अजीत चौहान सोशल मीडिया पर मिल गया. उसके बाद आरोपियों ने शहर के एक मेडिकल स्टोर संचालक का अपहरण करने की योजना बनाई. अंकित और नितिन ने अजीत से कहा कि अगर वह किडनैपिंग करता है तो एक लाख रुपये देंगे.
अजीत बिहार से झांसी पहुंचा और फिर यहां से दोनों आरोपी उसे बाइक पर शिवपुरी ले आए. पिछोर पहुंचते ही अजीत ने अंकित और नितिन से एक लाख रुपये मांगे. लेकिन, आरोपी उसे एडवांस पैसे नहीं दे सके. उसके बाद अजीत ने उनसे कहा कि या तो मुझसे दूसरा कम कराओ या पैसे दो. नहीं तो अंजाम अच्छा नहीं होगा. इधर, अंकित ने उसे बताया कि उसके पिता की वजह से पैसों का इंतजाम नहीं हो पा रहा. यहीं पिता की हत्या की साजिश रची और उनकी हत्या की सुपारी अजीत को दे दी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी में आरएमओ, सिविल सर्जन, नेता और पत्रकार ने मिलकर किया स्वास्थ्य विभाग में करोड़ों का घोटाला
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