पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित भेड़ाघाट के बंदरकोला गांव में रहने वाली महिला ने मेडिकल अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया, इसके बाद महिला ने मायके पहुंचकर अपनी मां के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, मां-बेटी द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की खबर से गांव में सनसनी फैल गई, देखते ही देखते गांव के लोग एकत्र हो गए, जिनकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल अस्पताल पहुंचाकर मर्ग कायम कर लिया है.
पुलिस के अनुसार भेड़ाघाट के बटियाबारी गांव में रहने वाली युवती रागनी की शादी बंदरकोला निवासी भगवानदास के साथ हुई थी, शादी के बाद रागनी सुखमय जीवन व्यतीत कर रही थी. इस बीच रागनी गर्भवती हुई तो उसकी परिजनों ने देखभाल की, करीब चार दिन पहले रागनी को मेडिकल अस्पताल में भरती कराया गया, जहां पर रागनी ने बच्चे को जन्म दिया, रागनी ने मेडिकल अस्पताल में ही अपने नवजात बच्चे को सास अनीताबाई के पास छोड़ा और बिना बताए चली गई, रागनी के अचानक गायब होने से पति भगवान दास चितिंत हो गया और तलाश करते हुए ससुराल बटियाबारी पहुंचा, जहां पर पत्नी रागनी व सास मिली, भगवानदास ने इस तरह बिना बताए अस्पताल से आने कारण पूछा तो रागनी खामोश रही, भगवानदास ने रागनी को वापस मेडिकल अस्पताल चलने के लिए जिद की तो सास ने यह कहकर भगवान दास को बाहर कर दिया कि आप चलो हम लोग आते है, इस आश्वासन पर भगवानदास घर से निकल गया, कुछ देर बाद ही रागनी व उसकी मां ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, सास व पत्नी द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की खबर मिलते ही भगवानदास पहुंच गया, उसने दोनों को इस हालत में देखा तो स्तब्ध रह गया. खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए, जिन्होने दोनों को फांसी के फंदे पर झूलते देखा तो स्तब्ध रह गए, मां-बेटी द्वारा आत्महत्या किए जाने को लेकर गांव में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है, इधर पुलिस का कहना है कि मर्ग कायम कर जांच की जा रही है जांच में जो भी तथ्य सामने आएगें उस आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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