बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में मीराबाई चानू ने दिलाया भारत को पहला गोल्ड, बिंदियारानी ने जीता सिल्वर

बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में मीराबाई चानू ने दिलाया भारत को पहला गोल्ड, बिंदियारानी ने जीता सिल्वर

प्रेषित समय :08:13:53 AM / Sun, Jul 31st, 2022

बर्मिंघम. इंग्लैंड में आयोजित बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स के दूसरे दिन भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने अपना बेस्ट प्रदर्शन करते हुए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स शनिवार को गोल्ड मेडल जीत लिया. चानू ने महिलाओं के वेट लिफ्टिंग इवेंट में 49 किग्रा भार वर्ग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया. चानू ने क्लीन एंड जर्क के अपने पहले ही प्रयास में 109 किलो ग्राम का भार उठाया और गोल्ड मेडल जीत लिया. वह तीसरे प्रयास में असफल रहीं, लेकिन उससे फर्क नहीं पड़ा क्योंकि 201 किलो के स्वर्णिम प्रदर्शन के साथ वह पोडियम पर पहले स्थान पर रहीं1

इससे पहले 27 वर्षीय मीराबाई का राष्ट्रमंडल खेलों में यह लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है. उन्होंने इससे पहले पिछली बार गोल्ड कोस्ट (2018) में भी गोल्ड मेडल जीता था और 2014 (ग्लास्गो) में रजत पदक हासिल किया था. मीराबाई के अलावा मौरिशियस की मारी रानाइवोसोआ दूसरे स्थान पर रहीं जबकि कनाडा की हानाह कामस्किंी ने कांस्य पदक हासिल किया.

वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स में पहली बार हिस्सा ले रही वेटलिफ्टर बिंदियारानी ने स्नैच में अच्छी शुरुआत करते हुए पहले प्रयास में ही 81 किलोग्राम वजन उठा दिया था. फिर अगले दो प्रयासों में उन्होंने 84 और 86 किलो वजन उठाया, जिसने उन्हें इस राउंड के बाद तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया था. पहले पर नाइजीरिया और दूसरे पर मेजबान इंग्लैंड की लिफ्टर थीं, जिन्होंने क्रमश: 92 और 89 किलो के सर्वश्रेष्ठ वजन उठाए थे. इस राउंड के साथ ही बिंदिया का मेडल नजर आने लगा था, लेकिन क्लीन एंड जर्क राउंड बाकी था.

इस राउंड में बिंदिया ने असली कमाल दिखाया. उन्होंने इस राउंड में किसी भी वेटलिफ्टर की तुलना में सबसे ज्यादा वजन उठाया. बिंदिया ने 110 किलो के साथ सफल शुरुआत की, लेकिन दूसरे प्रयास में 114 किलो उठाने में नाकाम रही. हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी. इस वक्त तक वह तीसरे स्थान पर थी. पहले स्थान पर पहुंचने के लिए उन्हें 8 किलो वजन उठाने की जरूरत थी, जबकि दूसरे पर पहुंचने के लिए 3 किलो.

बिंदिया ने 114 की नाकामी के बावजूद 116 किलो वजन तय किया और बिना किसी परेशानी के इसे उठाते हुए इंग्लैंड की लिफ्टर को पीछे छोड़ते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया. नाइजीरिया की अदिजात ओलारिनोय ने सिर्फ एक किलो ज्यादा, 203 किलोग्राम के साथ गोल्ड जीता, जबकि 198 के साथ इंग्लैंड की फ्रेयर मोरो तीसरे स्थान पर रहीं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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