जालोर. राजस्थान के जालोर जिले के सुंधा माता तलहटी में संत रविनाथ के द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद शनिवार को चौथे दौर की वार्ता होने के बाद संत का पेड़ से लटका शव उतारा गया. इससे पहले 40 घंटे तक संत का शव पेड़ पर लटका रहा. शव उतारे जाने के बाद एक नये विवाद को लेकर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में पत्थरबाजी हो गई. इसमें 2 पुलिसकर्मी पत्थर लगने की वजह से घायल हो गये. हालात को देखते हुये अभी भी घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है और प्रशासन अलर्ट मोड पर है.
जानकारी के अनुसार संत का शव पेड़ से उतारे जाने के बाद प्रदर्शनकारी विधायक की विवादित जमीन के अंदर ही संत की समाधि बनाने की मांग को लेकर अड़ गए. अपनी मांग को लेकर उन्होंने सुंधा माता जाने वाले मुख्य रास्ते को जाम कर दिया. इससे हालात बिगड़ गये. शाम करीब 5 बजे साधु संतों और प्रशासन की छठे दौर की वार्ता सफल हुई. उसके बाद नई जगह पर संत रविनाथ की समाधि बनाने को लेकर सहमति बनी. उसके बाद हिंदू रीति रिवाज के अनुसार संत को समाधि देने का काम शुरू किया गया. देर शाम संत को आश्रम परिसर में ही समाधि दे दी गई. रविवार को कांग्रेस की जांच कमेटी यहां आयेगी और पूरे मामले की पड़ताल करेगी.
इससे पहले संत की समाधि स्थल की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. इससे 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए. उसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर किया. हुड़दंग रुकने के बाद एिक बार फिर से वार्ता का दौर शुरू हुआ और संत की समाधि स्थल की मांग का समाधान किया गया.
पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस अभी अलर्ट मोड पर है. वह पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है. संत की मौत के बाद स्थानीय विधायक पूराराम चौधरी और उनके ड्राइवर सहित एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है. अब विधायक की गिरफ्तारी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. हालात को देखते हुये अभी घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है.
उल्लेखनीय है कि जालोर के सुंधा माता तलहटी में गौरक्ष आदेश श्री बालाजी हनुमान मंदिर आश्रम के संत रविनाथ ने गुरुवार रात को आत्महत्या कर ली थी. उसके बाद स्थानीय लोग इस मामले में भड़क उठे थे. स्थानीय लोगों का आरोप कि स्थानीय विधायक ने आश्रम के आगे की जमीन पर रिसोर्ट बनाने के लिए चारों तरफ खाई खोद दी. इससे आहत होकर ही संत ने सुसाइड किया है.
इसके साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि संत के पास मिले सुसाइड नोट में विधायक पुराराम चौधरी और उनके चालक का नाम शामिल है. उन्होंने मामले में कार्रवाई किये जाने तक शव उतारे जाने से इनकार किर दिया था. उसके बाद इस मामले में शुक्रवार देर रात जसवंतपुरा पुलिस थाने में भीनमाल विधायक पूराराम चौधरी सहित तीन लोगों के खिलाफ धारा 306 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-राजस्थान: बच्चों के साथ कुएं में कूदी मां, चार की मौत, मां जिंदा बची, पति से विवाद के बाद घटना
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