कोटा. हिन्द मजदूर सभा से संलग्न राजस्थान आंगनबाड़ी महिला कर्मचारी संघ की आशा सहयोगिनी पहले महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत थी, अब इनको पूर्णरूप से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधीन कर दिया गया है, लेकिन दुख की बात है कि जब से आशा सहयोगिनियों को अलग किया है तब से अभी का मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. कई बार ज्ञापन एवं धरने/प्रदर्शन के माध्यम से प्रशासन को अवगत कराया, परन्तु अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है. इस विभाग में काम करने वाली महिलाये, गरीब तबके से, विधवा, एकल, परित्यक्ता और गरीब परिवार से हं. 6 महीने से यह अपने परिवार का गुजारा किस प्रकार से चला रही है इसके लिये कोई नहीं सोच रहा है.
यूनियन की आशा सहयोगिनी श्रीमती शकुन्तला गुप्ता अध्यक्ष ने बताया कि इन सभी समस्याओं को लेकर हिन्द मजदूर सभा की राष्ट्रीय सचिव सुश्री चम्पा वर्मा के नेतृत्व में आज मंगलवार 2 अगस्त को जयपुर में माननीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री महोदय, शासन सचिव, सचिवालय, मिशन निदेशक एनएचएम से मुलाकात कर ज्ञापन दिया गया. माननीय मंत्री जी को सभी समस्याओं से अवगत कराने के बाद मंत्रीजी एवं शासन सचिव ने बताया कि राजस्थान की समस्त आशा सहयोगिनियों का पिछले 6 महीने का बकाया मानदेय का भुगतान रक्षाबन्धन से पूर्व 3 महीने (अप्रेल, मई, जून) का भुगतान कर दिया जायेगा, जिसके लिये लगभग 25 करोड़ रूपये स्वीकृत कर दिये गये हैं. बाकी 3 महीने का आठ दिन बाद भुगतान कर दिया जायेगा. साथ ही 2 वर्ष से बकाया यूनिफार्म एलाउंस की राशि 1000 रुपए शीघ्र ही आशा सहयोगिनी के बैंक खातों में स्थानान्तरित कर दी जायेगी. इसी प्रकार आशा सहयोगिनी के क्लेम का पैसा 2 महीनों से नहीं किया गया है, जिसको शीघ्र ही दिया जायेगा, साथ ही हर महिने इसका भुगतान कर दिया जायेगा. ज्ञापन देने गये यूनियन की आशा सहयोगिनी सुश्री चम्पा वर्मा के नेतृत्व में शकुन्तला गुप्ता अध्यक्ष, कंवलजीत मीणा सचिव, रेणू सक्सेना कोषाध्यक्ष, निर्मला शर्मा मंडल सचिव मुख्य रूप से उपस्थित थीं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सीएम गहलोत की बड़ी घोषणा: राजस्थान की प्रतियोगी परीक्षाओं में आयु सीमा में मिलेगी दो साल की छूट
गोपाल लाल कुमावत: पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का विलम्ब क्यों?
राजस्थान की पुलिस तो बकरा चोर है, सत्ता पक्ष के विधायक ने आरोप लगाया, जांच शुरू
Leave a Reply