नजरिया. मोदी-राज के खिलाफ गैर-भाजपाई अक्सर विपक्षी एकता की बातें तो करते हैं, लेकिन.... गैर-भाजपाई एकता का सैद्धांतिक विचार जितना अच्छा, प्रायोगिक हिसाब उतना ही कच्चा है?
यह साफ है कि केंद्र में सरकार बनाने के लिए या तो बीजेपी का साथ चाहिए या फिर कांग्रेस का, क्योंकि ये दोनों दल ही एक सौै से ज्यादा सीटें जीत सकते हैं, बाकी दलों के लिए तो पचास सीटोें का आंकड़ा पार करना भी मुश्किल है, लिहाजा कांग्रेस को साथ लिए बगैर विपक्षी एकता की कल्पना कोरी कल्पना ही है?
विपक्षी एकता केे लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी आदि सक्रिय जरूर हैं, लेकिन कांग्रेस को नजरअंदाज करके, इसीलिए बड़ा सवाल यह है कि ऐसा कैसे संभव है?
खबर है कि पटना में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की, जिसका मकसद था- 2024 में विपक्षी एकजुटता?
खबरों की मानें तो जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता और बिहार विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार का कहना था कि- बीजेपी को हराने के लिए यह दक्षिण और उत्तर के बीच एकता होगी! यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि- केसीआर निस्संदेह दक्षिण के एक प्रमुख नेता हैं और भाजपा के खिलाफ एक महत्वपूर्ण आवाज हैं, नीतीश कुमार में विपक्ष को नई उम्मीद नजर आ रही है, दोनों नेताओं के बीच बैठक का राष्ट्रीय असर होना तय है!
यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस को नजरअंदाज करके विपक्षी एकता कैसे हो पाती है और कितनी कामयाबी मिलती है?
कौन बनेगा प्रधानमंत्री? सवाल आसान, जवाब मुश्किल!
https://palpalindia.com/2022/08/21/delhi-Who-become-Prime-Minister-Lok-Sabha-elections-modi-Yogi-Rahul-Gandhi-Nitish-Kumar-Mamta-Banerjee-news-in-hindi.html
अभिमनोजः नशे के खिलाफ सीएम योगी का दमदार ऐलान!
अभिमनोजः शराब पर राष्ट्रीय स्तर पर नीति बने! सवालों के घेरे में दिल्ली भी, बिहार, गुजरात भी?
अभिमनोजः नीतीश कुमार पीएम बनें ना बनें, पीएम मोदी का 2024 का खेला बिगाड़ देंगेे?
अभिमनोजः शिवराज बोले- अबकी बार 200 पार! मुश्किल जरूर, पर नामुमकिन नहीं?
Leave a Reply