रांझी. झारखंड के भवनाथपुर क्षेत्र में छापेमारी में एक गल्ला व्यवसायी के गोदाम से प्रशासन की टीम ने करीब 64 हजार क्विंटल राशन सामग्री जब्त की. गोदाम में राशन के अनाज को कालाबाजारी के लिए गुप्त रूप से रखा गया था. मामले में व्यवसायी कोई दस्तावेज भी नहीं दिखा सका.
बताया जा रहा है कि भवनाथपुर निवासी गल्ला व्यवसाई राकेश कुमार ने घर पर ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली का गोदाम बना रखा है. सूत्रों से कालाबाजारी की मिली सूचना के आधार पर डीसी रमेश घोलप ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी राज महेश्वरम के नेतृत्व में छापेमारी की. इस दौरान गरीबों को मिलने वाले पीडीएस के अनाज की भारी मात्रा में बरामदगी की. करीब 64 हजार क्विंटल राशन सामग्री गल्ला व्यवसायी के यहां से जब्त की गई है. राशन को कालाबाजारी के लिए गुप्त रूप से रखा गया था.
जानकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान गल्ला व्यवसायी गोदाम में मिले 64 हजार क्विंटल राशन का 4 घंटे तक कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके. स्टॉक पंजी संधारित नहीं पाया गया. इसके साथ ही व्यवसाय गोदाम में जब्त किए गए गेहूं और चावल के क्रय संबंधित किसी प्रकार के दस्तावेज उपलब्ध करा सके.
जांच के क्रम में गेहूं के बोरों की संख्या 668 और चावल के बोरों की संख्या 409 पाई गई. जिसका वजन लगभग 40,080 किलोग्राम और 24,540 किलोग्राम है. इसके साथ ही छानबीन में पता चला कि गल्ला व्यवसायी ने बाबा फूड प्रोसेसिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बंधी नारंगी को 3,740 किलोग्राम गेहूं मूल्य 7,86,944 रुपये की आपूर्ति व्यवसाई ने अपने गोदाम से की है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी के अलीगढ़ में झारखंड जैसी वारदात, सनकी आशिक ने की छात्रा को जलाने की कोशिश
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