शाहपुरा- भीलवाडा. विद्यालयों के नेतृत्वकर्ताओं के प्रशासनिक एवं प्रबंधन गुणों को अधिक प्रभावी बनाने शिक्षा विभाग एवं सीमेंट गोनेर के तत्वावधान में दस दिवसीय लीडरशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन डाईट शाहपुरा में किया जा रहा है. मुख्य प्रशिक्षण प्रभारी राधेश्याम शर्मा एवं प्रशिक्षण सहयोगी आशीष जिन्दल व अख्तर रिजवी द्वारा निर्धारित कार्यक्रम अनुसार प्रशिक्षण का संचालन किया जा रहा है. डाईट प्रतिनिधियों कैलाश जांगिड़, भगवानदास वैष्णव, कैलाश मण्डेला आदि के द्वारा डाईट प्रधानाचार्य गोपाललाल सुथार के निर्देशन में प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयन किया जा रहा है. प्रशिक्षण में राजस्थान के विभिन्न जिलों से 55 से अधिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों के संस्था प्रधान भाग ले रहे हैं.
मुख्य प्रशिक्षण प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने संभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्था प्रधानों पर विद्यालयों के प्रभावी व सुचारू संचालन और उन्हें अपने स्टाफ सदस्यों की क्षमता व योग्यता का आकलन कर उनसे विद्यालय व विद्यार्थियों के हित में बेहतर कार्य करवाने की जिम्मेदारी होती है, अतः उन्हंे श्रेष्ठ प्रबंधन कर सभी को सकारात्मक कार्य करने प्रेरित करना चाहिए, ताकि सामूहिक प्रयासों से उत्कृष्ट उपलब्धियां अर्जित करना संभव हो सके. उन्होने कहा कि संस्थाप्रधानों को प्रशंसां व आलोचना के भी समय-समय पर व विवेकपूर्ण उपयोग पर ध्यान देना चाहिये. उन्होंने कहा कि विद्यालय में अनुकूल वातावरण निर्माण होने पर शैक्षिक व सहशैक्षिक, हर क्षेत्र में अच्छा कार्य किया जा सकता है.
प्रशिक्षण के दौरान विषय विशेषज्ञों व वार्ताकारों ने ऑडियो-वीडियो व वार्ताओं के द्वारा विद्यालय प्रबंधन के विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डाला एवं संभागियों की शंकाओं का समाधान भी किया.
इससे पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रारम्भ में प्रभावी कार्य संचालन हेतु सात ग्रुपों का गठन धनेश्वर शर्मा, दुर्गा शर्मा, दिनेश जैन, कविता आजवानी, रमेशचन्द्र, ममता पाटीदार, एचआर मीणा के नेतृत्व में किया गया और विषय व बिन्दुवार कार्य निर्धारण कर गतिविधियां प्रारम्भ की गई. कार्यक्रम के दौरान हुई समूह चर्चा में पुष्पा, राजेन्द्र पंचाल, ललितलोचन चौबीसा, एचआर मीणा आदि ने भी विचार व्यक्त किये.
इस दौरान वार्ताकारों ने संस्थाप्रधानों के दायित्वों व प्रबन्धन से जुड़ी विभिन्न जानकारियां देते हुए समन्वयन के द्वारा बेहतर कार्य करने का सुझाव दिया. विभिन्न गतिविधियों में समस्त संम्भागियों द्वारा भाग लेकर ग्रुपवार कार्य किया जा रहा है. दस दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान विद्यालयों के उत्कृष्ठ संचालन व बेहतर प्रबंधन के लिये निर्धारित कार्यक्रम अनुसार मार्गदर्शन देकर संस्था प्रधानों को बेहतर परिणाम अर्जित करने प्रेरित किया जायेगा. प्रशिक्षण व्यवस्थाएं रणवीरसिहं राणावत, सम्पतलाल कोली, त्रिलोकचन्द बलई, देवेन्द्र चावला, सुरेश चन्द्र आदि के द्वारा की जा रही हैं!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सिर्फ ₹45,600 रुपये में घूमें राजस्थान, आईआरसीटीसी लाया है खास एयर टूर पैकेज
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