पल-पल इंडिया. कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर भी अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री रखना ही होगा, वरना कांग्रेस को बहुत बड़ा नुकसान हो जाएगा....
एक- किसी भी राज्य में सीएम के प्रोटोकॉल में और कांग्रेस अध्यक्ष के प्रोटोकॉल में बड़ा फर्क होता है, सीएम रहते कांग्रेस अध्यक्ष पूरे देश में बेहतर तरीके से काम कर पाएंगे?
दो- लंबे समय से अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री हैं, उनकी कई योजनाएं लोकप्रिय है और इन्हीं की बदौलत उनकी पहचान भी है, 2023 में राजस्थान में विधानसभा चुनाव हैं, अगले चुनाव में सियासी प्रबंधन और रणनीति उनकी ही देखरेख में तैयार हुई है, लिहाजा अशोक गहलोत का सीएम फेस हटा, तो राजस्थान की हालत भी गुजरात जैसी हो जाएगी, जहां नरेंद्र मोदी के हटने के बाद से बीजेपी सरकार लगातार लड़खड़ा रही है?
तीन- क्योंकि, कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद अशोक गहलोत ज्यादा समय राजस्थान को दे नहीं पाएंगे, लिहाजा एक उपमुख्यमंत्री बनाना चाहिए, जिसका मनोनयन नहीं हो, बल्कि उपमुख्यमंत्री तमाम एमएलए के मतदान से चुनाव जीत कर बने?
मतलब.... उपमुख्यमंत्री केवल लोकप्रियता और मनोनयन के आधार पर नहीं, बल्कि बहुमत के आधार पर बने!
खबरें हैं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष का नामांकन भरने से पहले एक बार फिर राहुल गांधी से मिलेंगे और उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए राजी करने का आखिरी प्रयास भी करेंगे, परन्तु राजनीतिक जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी अपना निर्णय नहीं बदलेंगे, मतलब.... अशोक गहलोत को आगे आना ही होगा!
खबरें यह भी हैं कि दिल्ली में बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का स्पष्ट संकेत दिया और कहा कि- पार्टी आलाकमान उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपेगा, उसे वह निभाएंगे, मुझे कांग्रेस की सेवा करनी है, जहां भी मेरा उपयोग है, मैं वहां तैयार रहूंगा, अगर पार्टी को लगता है कि मेरी मुख्यमंत्री के रूप में जरूरत है, या अध्यक्ष के रूप में ज्यादा जरूरत है तो मैं मना नहीं कर पाऊंगा?
अशोक गहलोत का तो यह भी कहना है कि- अगर मेरा बस चले तो मैं किसी पद पर नहीं रहूं, मैं राहुल गांधी के साथ सड़क पर उतरूं और फासीवादी लोगों के खिलाफ मोर्चा खोलूं, मुझे पार्टी ने सब कुछ दिया है, आज अगर पार्टी संकट में है तो बीजेपी के कारनामों के कारण है, कोई हमारी गलतियों से नहीं है, आज जो स्थिति है उसमें कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है, कांग्रेस की मजबूती के लिए जहां जरूरत होगी, वहां मैं खड़ा रहूंगा!
इस प्रेस-प्रश्न पर कि उनके अध्यक्ष बन जाने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी कौन संभालेगा?
अशोक गहलोत का कहना है कि- अभी तो मैं मुख्यमंत्री हूं, यह समय बताएगा कि मैं मुख्यमंत्री रहूंगा या नहीं, मैं वहां रहना चाहूंगा कि जहां मुझसे पार्टी को फायदा हो, मैं इसमें पीछे नहीं हटूंगा?
लेकिन.... अशोक गहलोत का साफ कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव ओपन है, इसमें कोई भी खड़ा हो सकता है, पार्टी के नौ हजार लोगों में कोई भी खड़ा हो सकता है, चाहे वह एमपी हो, एमएलए हो, मंत्री हो, मुख्यमंत्री हो, अगर कोई मंत्री इस चुनाव खड़ा होना चाहता है तो वह हो सकता है, वह मंत्री भी रह सकता है और कांग्रेस अध्यक्ष भी बन सकता है, मैं जहां भी रहूं, एक पद पर, दो पद पर, तीन पद पर या किसी भी पद पर नहीं, कांग्रेस के लिए कार्य करता रहूंगा!
https://twitter.com/i/status/1572530926734942211
अशोक गहलोत! जिन्होंने हर सियासी मोर्चे पर पीएम मोदी को तगड़ी मात दी हैै?
https://palpalindia.com/2022/07/29/Rajasthan-ashok-gehlot-political-defeat-to-modi-Operation-Lotus-Birla-organized-public-representatives-conference-news-in-hindi.html
गुजरात पे निगाहें, राजस्थान पे निशाना! इसीलिए.... फिर सीएम अशोक गहलोत पर मीडिया अटैक?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1565362432586833920
साहेब! क्या गुजरात के चुनाव डरा रहे हैं, जो ईडी, सीबीआई को इतना भगा रहे हैं?
https://palpalindia.com/2022/08/19/gujrat-elections-modi-team-ED-CBI-proceedings-sonia-gandhi-rahul-gandhi-opposition-leaders-news-in-hindi.html
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