जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विजयादशमी (5 अक्टूबर) पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की है.
श्री गहलोत ने कहा कि विजयादशमी का पर्व बुरी शक्ति के विनाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है. यह पावन पर्व हमें सदैव स्मरण कराता है कि सच्चाई का साथ देने वालों की हमेशा जीत होती है. उन्होंने कहा कि समाज में फैली क्रोध, असत्य, ईर्ष्या व आलस्य जैसी आंतरिक बुराई को खत्म करना ही आत्म विजय है.
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात कर व अपने भीतर की बुराइयों को त्यागकर जीवन में सदाचार की राह पर चलें.
नवरात्रि के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुर्गा अष्टमी के अवसर पर सोमवार को मुख्यमंत्री निवास परिसर स्थित राज राजेश्वरी दुर्गा मंदिर में सपरिवार पूजा-अर्चना की.
श्री गहलोत ने विधिवत मंत्रोच्चार के साथ आहुति दी एवं आरती की. उन्होंने प्रदेश की समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की. इस अवसर पर राजस्थान पशुधन बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र सोलंकी, जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत, आरयूएचएस के कुलपति सुधीर भण्डारी, मुख्यमंत्री निवास के अधिकारी-कर्मचारी एवं सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री ने मासिक पत्रिका ‘स्वर सरिता’ के गांधी विशेषांक का लोकार्पण भी किया. इस अवसर पर श्री केसी मालू उपस्थित थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-प्रदीप द्विवेदी: कांग्रेस अध्यक्ष! बहुत फर्क है अशोक गहलोत और दिग्विजय सिंह में?
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