इस बार दीपावली पूजन के एक दिन बाद सूर्य ग्रहण लगने वाला है, सभी लोगो को ये शंका है की इस बार सूर्य ग्रहण का प्रभाव कही दीवाली पूजन मे तो नही पड़ेगा, आइये इसकी जानकारी आपको दे, इस बार सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को दिन मे 2.28 से प्रारम्भ होगा, और इसका सुतक काल 12 घंटे पहले यानी रात्रि 2.28 मिनिट से लग जायेगा , संपूर्ण विश्व मे स्थिर लग्न वृषभ और सिंह मे ही पूजन किया जाता है, वृषभ लग्न मे पूजन का समय पुरे भारत मे 7 से 7.30 से प्रारंभ होगा तथा 9 से 9.30 मे खत्म हो जायेगा, इस लगन मे आप सभी दिवाली पूजन कर सकते है यही समय पूरी तरह से शुभ और महूर्त के अनुसार सटीक है.
*सिंह लग्न और सुतक काल*- दीपावली की रात्रि मे जो दो स्थिर लग्न होते है उसमे वृषभ के अलावा सिंह लग्न भी आता है यह लगन दीपावली की मध्य रात्रि मे आता है, सामान्यतः इसका समय मध्य रात्रि 1 से 3 बजे के बीच होता है, इस बार सिंह लगन सूतक की चपेट मे आ रहा है सिंह लग्न पुरे भारत मे 1.30 से 3.30 के बीच होगा , जबकि सुतक 2.28 को लग जायेगा, इसलिए जो भी सिंह लगन मे पूजन करना चाहते है वे अपना पूजन रात्रि 2.15 तक खत्म कर ले,क्योकि 2.28 से ग्रहण काल आरंभ हो जायेगा, जो आपको किसी भी पूजन अनुष्ठान की अनुमति नही देता है,आपका पूजन करना बेकार हो जाएगा, इसलिए वृषभ लगन मे ही पूजन करे, जो इस बार की दीपावली मे सर्वश्रेष्ठ है.
*पंडित चंदशेखर नेमा "हिमांशु"
ज्योतिष, वास्तु, अंक विज्ञान हस्त रेखा
9893280184,9893218948
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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