जबलपुर: रेलवे अस्पताल में डाक्टर को दिखाने कतार में खड़े रेल कर्मचारी की मौत, आक्रोश

जबलपुर: रेलवे अस्पताल में डाक्टर को दिखाने कतार में खड़े रेल कर्मचारी की मौत, आक्रोश

प्रेषित समय :19:04:24 PM / Fri, Oct 14th, 2022

जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के केन्द्रीय रेलवे अस्पताल जबलपुर में लगातार रेल कर्मचारी, रिटायर रेल कर्मचारी इलाज कराने के लिए परेशान होते रहते हैं, इस संबंध में लगातार अस्पताल की अव्यवस्थाओं की खबरें सामने आती रहती हैं, ऐसे ही एक दुखद मामला गुरूवार को उस समय सामने आया, जब पहले से ही हृदय रोग से पीड़ित एक रेल कर्मचारी घंटों अस्पताल में डॉक्टर को दिखाने के लिए अपनी बारी के इंतजार में खड़ा रहा, लेकिन डॉक्टर साहब के पास टाइम नहीं था, वे चले गए, थका-हारा कर्मचारी बाहर बेंच पर जाकर बैठ गया और थोड़ी ही देर में उसके प्राण-पखेरू बिना इलाज के ही उड़ गये, इस घटना को रेलवे अस्पताल दबाने का भरपूर प्रयास करता रहा, लेकिन कर्मचारियों में खबरें फैली तो हड़कम्प मच गया.

घटना के संबंध में बताया जाता है कि मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में वाहन चालक के पद पर पदस्थ एक कर्मचारी हृदय रोग से पीड़ित है, वह गुरुवार 13 अक्टूबर को रेलवे अस्पताल डॉ. कमलेश को दिखाने पहुंचा, जहां पर पहले से ही लंबी कतार थी, डॉक्टर साहब काफी विलंब से अपने चेम्बर पर पहुंचे और कुछ ही मरीजों को देखने के बाद लंच का समय होने की बात कहते हुए अपने घर चले गये.

थका-हारा रेल कर्मचारी बाहर बेंच में लेटा और लेटा ही रह गया

बताया जाता है कि मानसिंह नामक रेल कर्मचारी की डॉक्टर कमलेश से भेंट करने के लिए काफी देर तक कतार में खड़ा रहा, जिससे उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया और वह बाहर गार्डन एरिया में एक बेंच में जाकर लेट गया और इसी दौरान उसके प्राण-पखेरू उड़ गये. थोड़ी देर बाद जब उस पर लोगों की नजर पड़ी तो मालूम  हुआ कि उसकी तो मौत हो चुकी है.  इस घटना के बाद मजदूर संगठन के नेता भी अस्पताल पहुंचे और इस तरह की अव्यवस्था पर अपना आक्रोश जताया. बताते हैं कि रेल प्रशासन यह तक तर्क देता रहा कि पेशेंट (रेल कर्मचारी) के साथ कोई अटेंडेंट नहीं था, यदि कोई साथ में होता तो तबियत बिगड़ने पर उसे तत्काल केजुअल्टी में ले जाया जा सकता था.

उल्लेखनीय है कि डबलूसीआरईयू पिछले काफी समय से जबलपुर के रेलवे अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर अपना विरोध जताती रही है और डाक्टर्स के समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने तथा अपने चेम्बर में पहुंचने के बाद कुछ ही मरीजों को देखकर अपने घरों को चले जाने का मुद्दा उठाता रहा है. लेकिन अस्पताल प्रशासन का ध्यान इस अव्यवस्था को दुरुस्त करने पर नहीं जा रहा है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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