पीएम नरेंद्र मोदी, राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के संयुक्त आदिवासी क्षेत्र में केवल वोट बटोरने आते हैं?

पीएम नरेंद्र मोदी, राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के संयुक्त आदिवासी क्षेत्र में केवल वोट बटोरने आते हैं?

प्रेषित समय :16:01:12 PM / Tue, Oct 25th, 2022

प्रदीप द्विवेदी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर 2022 को राजस्थान के बांसवाड़ा स्थित मानगढ़ धाम आ रहे हैं!
मानगढ़ धाम- राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के संयुक्त आदिवासी क्षेत्र का प्रमुख आस्था का केंद्र है.
इन आठ वर्षों में पीएम मोदी की केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र से केवल वोट बटोरने का काम किया है, इसलिए हो सकता है कि गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर इस बार कुछ घोषणाएं हो जाएं, क्योंकि इस संयुक्त आदिवासी क्षेत्र में मोदी सरकार को लेकर खासी नाराजगी है?
याद रहे, इस क्षेत्र में जो भी विकास नजर आता है, वह कांग्रेस सरकार की देन है!
मोदी सरकार ने तो गुजरात की बुलेट ट्रेन को लेकर तो पूरी ताकत लगा दी है और पैसे की भी कोई कमी नहीं है, लेकिन रतलाम, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, अहमदाबाद रेल के लिए जेब खाली है, लिहाजा इसको ठंडे बस्ते में डाल दिया है?
यही नहीं, आदिवासियों के धाम बेणेश्वर पर हवाई अड्डे की मांग को भी नजरअंदाज कर दिया गया है?
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव का ऐलान नहीं किया गया था, शायद गुजरात को लेकर कुछ घोषणाएं करनी बाकी है?
हो सकता है, राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के संयुक्त आदिवासी क्षेत्र को लेकर कुछ ऐसी घोषणाएं की जाएं जिनका फायदा अगले विधानसभा चुनाव में हो सके!
देखना दिलचस्प होगा कि इस बार भी पिछली बार की तरह- नल, नल में जल जैसी तुकबंदीवाले जुमले ही उछाले जाते हैं या कुछ ठोस ऐलान भी किए जाते हैं?
मोदीजी! माही परियोजना नहीं होती तो- नल, नल में जल, जैसे जुमले उछालकर इतराने का अवसर नहीं मिलता?

https://palpalindia.com/2022/05/17/Modiji-Mahi-project-an-opportunity-to-show-off-by-rumblings.html

https://twitter.com/i/status/1556709488706654208

काश! मोदीजी ने पटेल को पढ़ा होता, माही परियोजना को देखा होता, विनोबा को समझा होता....
पीएम नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री है, जिन्हें लगता है कि उनसे पहले बने तमाम प्रधानमंत्री अयोग्य थे? मोदीजी ने कथित डिग्री तो हासिल कर ली, लेकिन पन्नालाल पटेल को शायद नहीं पढ़ पाए हैं और न तो माही परियोजना को देखा है, न ही विनोबा भावे के भूदान को समझ पाए हैं? वागड़ के मूल निवासी गुजराती के महान साहित्यकार पन्नालाल पटेल को पढ़ा होता तो शायद समझ पाते कि आजादी के समय देश के क्या हालात थे?

https://www.palpalindia.com/2021/08/15/delhi-PM-Modi-litterateur-Pannalal-Patel-Mahi-Project-Vinoba-understood-news-in-hindi.html
सीएम अशोक गहलोत ने मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने पीएम को लिखा पत्र!
https://palpalindia.com/2022/08/09/Mangarhdham-Rajasthan-Chief-Minister-Ashok-Gehlot-World-Tribal-Tribal-Freedom-Struggle-Museum-news-in-hindi.html
सुनहरी यादें! जब श्रीमती इंदिरा गांधी ने माही जल-प्रवाह का बटन दबा कर बांसवाड़ा-डूंगरपुर (वागड़) की तस्वीर और तकदीर बदलने की शुरूआत कर दी....
https://www.youtube.com/watch?v=7aew1A4bntg&t=12s
आदिवासियों को पूरा समय तो केवल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही दिया था!
https://m.dailyhunt.in/news/india/hindi/palpalindia-epaper-dhfcdf96d1dd8d4edc93b48684e25c82c7/aadivasiyo+ko+pura+samay+to+keval+purv+pradhanamantri+rajiv+gandhi+ne+hi+diya+tha-newsid-n208049256

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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