पल-पल इंडिया. गुजरात के चुनाव आ रहे हैं, उससे पहले कमाल के सर्वे आना शुरू हो गए हैं, जिनके अर्थ-भावार्थ निकालें तो.... भला है, बुरा है, जैसा भी है.... जैसे भाव नजर आते हैं!
गरीब और मध्यमवर्गीय जनता भले ही बीजेपी सरकार से नाराज हो और यह मानती हो कि केवल अमीरों का विकास हो रहा है, लेकिन सरकार के कामकाज से संतुष्ट है?
अभी आए एक सर्वे में जब यह सवाल पूछा गया कि - क्या अब गुजरात उतना विकसित नहीं है, जितना पहले था, तो 2017 में 38 प्रतिशत की तुलना में 2022 में 51 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सहमति व्यक्त की, मतलब.... 2017 की अपेक्षा उन लोगों की संख्या बढ़ी है जिन्होंने कहा कि गुजरात अब उतना विकसित राज्य नहीं है जितना पहले हुआ करता था, लेकिन दिलचस्प नतीजा यह है कि यही सर्वे कहता है कि- भले ही विकास पर लोगों की मिली-जुली राय हो, लेकिन जब भाजपा के समग्र प्रदर्शन से संतुष्टि की बात आती है तो राज्य सरकार का मूल्यांकन सकारात्मक होता है, वाह!
किसका विकास हुआ के सवाल पर- आधे से अधिक 52 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने महसूस किया कि विकास केवल अमीरों के लिए हुआ है, जबकि 2017 में केवल 36 प्रतिशत ने ऐसा महसूस किया था? यह भावना कि विकास केवल अमीरों के लिए हुआ है, मतदाताओं में बहुत मजबूत नजर आ रहा है, लेकिन फिर भी मतदाता सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं!
कमाल है कि नहीं?
देश के प्रमुख कार्टूनिस्ट राजेंद्र के व्यंग्यबाण....
https://twitter.com/Rajendradhodap2/status/1579126558459310082/photo/1
प्रदीप द्विवेदीः दलबदल नहीं, सियासी वेश्यावृत्ति कहें साहेब?
https://www.palpalindia.com/2022/10/30/-New-DelhiRajniti-Open-horse-trading-Defection-Political-prostitution-news-in-hindi.html
गुजरात मोरबी केबिल ब्रिज हादसा: भाजपा सांसद मोहन कुंदरिया के परिवार के 12 सदस्यों की मौत
गुजरात के मोरबी में बड़ा हादसा, केबल ब्रिज टूटने से 400 लोगों के नदी में गिरने की आशंका
EC ने पूरी की गुजरात विधानसभा चुनाव की सारी तैयारी, जल्द हो सकता है तारीखों का ऐलान
अभिमनोजः एमपी, राजस्थान और गुजरात में पीएम मोदी के मानगढ़ आने से कितना फायदा मिलेगा?
Leave a Reply