पलपल संवाददाता, भोपाल/जबलपुर. एमपी के पूर्व सीएम व कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मंदिर के शेप वाले बर्थडे केक को लेकर राजनीति गरमा गई है. इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ चुनावी हिन्दू न बने, उन्होने भगवान हनुमानजी की फोटो लगे मंदिर वाले बर्थडे का केक काटकर हिन्दू धर्म की आस्था पर कुठाराघात किया है. वहीं कांग्रेस ने कहा कि कांगे्रस झूठ फैला रही है, भारत जोड़ों यात्रा से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के मुद्दे उछाले जा रहे हैं.
बताया जाता है कि पूर्व सीएम व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसमें वे मंदिर के शेप वाला एक केक काट रहे है, उक्त केक में ऊ पर हनुमानजी की फोटो व झंडा लगा था. भारतीय जनता पार्टी ने इसे भगवान श्रीराम व हनुमानजी का अपमान बताया था. आज गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हनुमानजी की मूर्ति व उसका बर्थडे केक बनाकर टुकड़े-टुकड़े करना सनातनी होने का दावा करने वाले लोग मंदिर व मूर्तियों को ध्वस्त करने का काम मोहम्मद गौरी व महमूद गजनवी ने किया था, यह उनकी याद दिला देता है. गृहमंत्री श्री मिश्रा ने यह भी कहा कि कमलनाथ आस्थाओं पर कुठाराघात न करे, चुनावी हिन्दू न बने.
कांग्रेस ने कहा झूठ फैला रही भाजपा-
एमपी कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग की ओर से भी आज एक बयान जारी किया गया है. जिसमें वरिष्ठ नेता केके मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा बौखला गई है. प्रदेश में यात्रा से पहले ही भाजपा के नेता ध्यान भटकाने के लिए झूठे बयान जारी कर रहे हैं. यहां तक कि कमलनाथ के जन्मदिन के आयोजनों तक को विवाद पर लाने की कोशिश की जा रही है. यह बात सभी को मालूम होना चाहित वहां पर वहां पर केक काटा गया, जबकि थर्माकोल से बनी मंदिर की प्रतिकृति अलग से रखी हुई थी, इसलिए मंदिर काटने का बयान न सिर्फ हिंदू धर्म का अपमान हैए बल्कि झूठ फैलाने की कोशिश है.
स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा, कमलनाथ का जीवन पश्चिमी सभ्यता का रहा-
जबलपुर में स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज ने कहा कि जिस तरह से मंदिर के शेप वाला केट उन्होने काटा है यह सही नहीं है. उन्हे इस तरह के कार्यक्रम का विरोध करना था. उन्होने ऐसा नहीं किया. कमलनाथ के इस काम की जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है. स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज ने कहा कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ उनका जीवन हमेशा से ही वेस्टर्न कल्चर का रहा है. इसलिए उनको भारतीय संस्कृति सभ्यता का ज्ञान ही नहीं है. हनुमान जी का मंदिर बनवा देना, पाठ करवाना, यह सब करने से आस्तिक व धार्मिक नहीं हो जाते है.
यह था मामला-
यह मामला शिकारपुर छिंदवाड़ा है, जहां पर कमलनाथ ने केक काटा है, हालांकि उनका जन्मदिन 18 नवम्बर को है लेकिन उनके समर्थक व पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पहले ही जन्मदिन मनाना शुरु कर दिया.
एमपी में कमलनाथ के गढ़ में कांग्रेस की शिकस्त, 6 निकाय में से 4 पर बीजेपी, 2 पर कांग्रेस का कब्जा
कांग्रेस का एमपी में बड़ी घोषणा, पूर्व सीएम कमलनाथ बोले- सरकार बनते ही पुरानी पेंशन लागू करें
जबलपुर कांग्रेस में बढ़ती टेंशन के बीच प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बुलावे पर चारों विधायक पहुंचे भोपाल
Leave a Reply