पल-पल इंडिया ने कई बार बताया, जो सीएम गहलोत कह रहे हैं! क्या राजस्थान में हरिदेव जोशी का सियासी इतिहास दोहराया जाएगा?

पल-पल इंडिया ने कई बार बताया, जो सीएम गहलोत कह रहे हैं! क्या राजस्थान में हरिदेव जोशी का सियासी इतिहास दोहराया जाएगा?

प्रेषित समय :21:20:17 PM / Fri, Nov 25th, 2022

प्रदीप द्विवेदी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा सियासी हमला बोलते हुए कहा कि- सचिन पायलट को कैसे सीएम बना सकते हैं? जिस आदमी के पास 10 विधायक नहीं हैं, जिसने बगावत की हो, जिसे गद्दार नाम दिया गया है, उसे लोग कैसे स्वीकार कर सकते हैं?
पल-पल इंडिया ने एकाधिक बार यह बताया था कि- जब तक सचिन पायलट बहुमत के दम पर मुख्यमंत्री बनने की योग्यता साबित नहीं कर देंगे, तब तक उनका मुख्यमंत्री बनना संभव नहीं है? अब यही बात सीएम अशोक गहलोत कह रहे हैं कि सचिन पायलट के पास बहुमत नहीं है, उन्हें मुख्यमंत्री कैसे बनाया जा सकता है?
मजेदार बात यह है कि सचिन पायलट की बगावत को नजरअंदाज करके ताजा.... अशोक गहलोत के समर्थकों की कथित बगावत पर चर्चा हो रही है, जबकि पल-पल इंडिया ने 22 अगस्त 2022 को- क्या राजस्थान में हरिदेव जोशी का सियासी इतिहास दोहराया जाएगा? में लिखा था कि....
अशोक गहलोत के समर्थक समझ नहीं पा रहे हैं कि- कांग्रेस आलाकमान को सियासी सच्चाई दिखाना बगावत कैसे हो गई?
राजस्थान के कांग्रेस विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान का विरोध तो किया नहीं, अलबत्ता, सचिन पायलट के साथ कितने एमएलए हैं, यह जरूर जगजाहिर कर दिया है!
अशोक गहलोत के समर्थकों ने दो बार- एक बार पहले सचिन पायलट की बगावत के समय और दूसरा इस बार, यह साबित किया है कि बहुमत सचिन पायलट के साथ नहीं है, बावजूद इसके, यदि विधायकों की भावनाओं को नजरअंदाज करते हुए सचिन पायलट को सीएम जैसी जिम्मेदारी दी जाती है, तो एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी के जमाने का सियासी इतिहास दोहराया जा सकता है, जब हरिदेव जोशी को बहुमत के समर्थन के बावजूद असम का राज्यपाल बना दिया गया था, नतीजा?
बाद में हरिदेव जोशी को फिर से मुख्यमंत्री बनाना पड़ा था!
पल-पल इंडिया ने यह भी लिखा था कि- राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थकों के बीच की सियासी रस्साकशी ने जहां कई सियासी सवालों को जन्म दिया है, वहीं कई जवाब भी मिल गए हैं....
1. सचिन पायलट एक्सपोज हो गए हैं कि बहुमत उनके साथ नहीं है, वे केवल कांग्रेस हाईकमान की राजनीतिक मेहरबानी से ही मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
2. राजनीतिक जानकार मानते हैं कि समय रहते अशोक गहलोत के समर्थक राजस्थान की असली सियासी तस्वीर नहीं दिखाते तो अगले विधानसभा चुनाव में राजस्थान को भी पंजाब जैसे ही नतीजे मिलते, उल्लेखनीय है कि पंजाब में चुनाव से पहले विधायकों की भावना और समर्थन को नजरअंदाज करके मुख्यमंत्री तो बना दिया गया, लेकिन पंजाब में कांग्रेस को तगड़ी हार झेलनी पड़ी थी.
3. वैसे भी इस वक्त विधानसभा चुनाव 2023 के मद्देनजर सारी रणनीति सीएम गहलोत ने तैयार की है, लिहाजा सीएम गहलोत की मर्जी के खिलाफ राजस्थान में किसी को मुख्यमंत्री बनाया जाता है, तो कांग्रेस के लिए जीत दोहराना मुश्किल हो जाएगा.
सचिन पायलट के लिए सीएम बनना मुश्किल, तो बने रहना और भी मुश्किल है? में लिखा था....
तमाम राजनीतिक योग्यताओं के बावजूद सियासी धैर्य के अभाव में राजस्थान के उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट के लिए मुख्यमंत्री का पद हासिल करना मुश्किल हो गया है, वजह?
1, यदि सचिन पायलट सियासी बगावत नहीं करते और उपमुख्यमंत्री बने रहते, तो वे इस वक्त निर्विवाद मुख्यमंत्री पद के दावेदार होते!
2, सचिन पायलट की सियासी बगावत के दौरान महेंद्रजीत सिंह मालवीया, प्रताप सिंह खाचरियावास, गोविंद सिंह डोटासरा जैसे नेताओं का सियासी कद काफी बढ़ गया?
3, अशोक गहलोत के समर्थक चाहते हैं कि राजस्थान का सीएम, विधायकों के बहुमत के आधार पर बने?
4, विधायकों के बहुमत के आधार पर यदि सीएम बनता है, तो सचिन पायलट के लिए सीएम बनना बहुत मुश्किल है, लेकिन यदि कांग्रेस हाईकमान फैसला लेता है, तो सचिन पायलट मुख्यमंत्री बन सकते हैं?
मुख्यमंत्री बन जाने के बाद भी सचिन पायलट की राह आसान नहीं है, कारण?
1, अशोक गहलोत बेहद ताकतवर हैं, लिहाजा राजस्थान में उनके समर्थकों के हौसले बुलंद हैं!
2, उपमुख्यमंत्री रहते सत्ता-संगठन पर जो पकड़ सचिन पायलट की थी, वह अब नहीं है, यही नहीं, इस वक्त सारा सरकारी तंत्र सीएम गहलोत की पसंद से बना है, यदि सचिन पायलट इसमें बदलाव करते हैं, तो बगावत का खतरा है और यदि वैसा ही रहने देते हैं, तो सरकार पर उनकी पकड़ असरदार नहीं रहेगी?
3, राजस्थान के वरिष्ठ मंत्रियों और विधायकों पर सियासी नियंत्रण अब आसान नहीं है!
4, क्योंकि राजस्थान विधानसभा चुनाव में करीब एक वर्ष ही बाकी है, लिहाजा महत्वाकांक्षी नेताओं को अनुशासन में रखना बहुत मुश्किल है!
5, अगला विधानसभा चुनाव सचिन पायलट के लिए अग्निपरीक्षा होगा?
देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस नेतृत्व अशोक गहलोत को ही मुख्यमंत्री बने रहने देता है या उन्हें हटा कर पंजाब जैसी सियासी आत्महत्या करता है?
सचिन पायलट के लिए सीएम बनना मुश्किल, तो बने रहना और भी मुश्किल है?
https://www.palpalindia.com/2022/09/25/Rajasthan-Congress-Sachin-Pilot-Political-rebellion-Difficult-to-become-CM-news-in-hindi.html

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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