झारखंड कांग्रेस में नई कार्यकारिणी को लेकर बवाल: शुरू हुआ प्रदेश समिति में इस्तीफों का दौर

झारखंड कांग्रेस में नई कार्यकारिणी को लेकर बवाल: शुरू हुआ प्रदेश समिति में इस्तीफों का दौर

प्रेषित समय :14:25:02 PM / Mon, Dec 12th, 2022

रांची. झारखंड में कांग्रेस की नवगठित प्रदेश कमेटी के गठन के कुछ घंटों के बाद ही बवाल शुरू हो गया. प्रदेश कमेटी गठन के बाद से अब तक प्रदेश सचिव बनाए गए तीन नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के अंदर विवाद इस्तीफे तक ही समिति नहीं है. बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय भी निशाने पर हैं.

जानकारी के अनुसार इस्तीफा देने वाले नेता प्रदेश कमेटी में बेहतर स्थान पाने की चाह रखते थे. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया तो उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नेता सहित दूसरे नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नाराज नेता एक व्यक्ति- एक पद की याद दिला रहे है. वहीं 32 साल तक कांग्रेस का सिपाही बन कर संगठन को मजबूती प्रदान करने वाले सुनील सिंह की आंखे नम है और जुबां पर नेताओं के प्रति गुस्सा भी है. सुनील सिंह ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से लेकर विधायक दल के नेता सहित दूसरे नेताओं की पोल खोल दी है. उनका आरोप है कि प्रदेश के बड़े नेताओं पर नए सिद्धांत क्यों नहीं लागू हो रहे हैं.

प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय पर राज्य के अंदर जातिगत राजनीति करने का भी आरोप लगा है. नाराज सुनील सिंह का कहना है कि 2024 में कांग्रेस को प्रदेश में जीरो पर ले जाने की तैयारी है. अजय दुबे से बड़ो दुबे तक को कांग्रेस के खिलाफ काम करने के बाद भी महासचिव बना कर सुशोभित किया जा रहा है. सुबोधकांत सहाय के पेड वर्कर को महासचिव बनाया गया है. पाकुड़ में आलमगीर आलम की वजह से कई नेता पार्टी छोड़ चुके है. केंद्रीय नेतृत्व को प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता को इस्तीफा लेने की आवश्यकता है .

कांग्रेस की जंबो प्रदेश कमेटी में 197 नेताओं के नाम शामिल हैं. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का मानना है कि मैंने कमेटी निर्माण के साथ सबको साथ ले कर चलने का प्रयास किया है. बावजूद इसके अगर कोई एतराज है, तो उसका स्वागत है. सबको काम करने का मौका दिया है. अभी नेताओं को कई जगह पर मौका दिया जाना बाकी है. प्रदेश कमेटी संतुलित है और सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है .

सुनील सिंह के साथ-साथ मयूर शेखर झा, साधु सरण गोप ने भी अपना इस्तीफा प्रदेश प्रभारी को भेज दिया है. सोशल मीडिया पर कई तरह के पोस्ट डाले जा रहे है. हालांकि, इस्तीफा देने वाले वैसे नेता ही विरोध कर रहे हैं, जिन्हें कमेटी में जगह मिली है. अनुशासन समिति के अध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह ने पार्टी फोरम पर बात रखने की सलाह दी है और कहा कि नहीं मानने वाले नेताओं के खिलाफ अनुशासन समिति करवाई करेगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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