भोपाल. उत्तर भारत की तरफ से लगातार आ रही बर्फीली हवाओं ने मध्य प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा दी है. इसी के चलते मंगलवार 3 जनवरी को मध्य प्रदेश में सबसे कम 6.2 डिग्री सेल्सियस तापमान नौगांव में दर्ज किया गया. भोपाल, जबलपुर, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में सुबह कोहरे के साए में हो रही है.
उधर, अब सर्द हवाओं ने दिन में भी सिहरन बढ़ा दी है. मंगलवार को भोपाल, छतरपुर, सतना में तीव्र शीतल दिन रहा. जबलपुर, दमोह, सागर, धार, गुना, रायसेन एवं गुना में शीतल दिन रहा. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक गुरुवार से कई शहरों में शीतलहर चलने की संभावना है. गौरतलब है की तीव्र शीतल दिन तब घोषित होता है, जब रात का न्यूनतम तापमान दस डिग्री से कम हो और अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस से कम हो.
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के सभी जिलों का मौसम मुख्यत: शुष्क रहा. न्यूनतम तापमान में सभी संभागों के जिलों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ. न्यूनतम तापमान रीवा संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक एवं शेष संभागों के जिलों में सामान्य रहे.
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों उत्तर भारत के पहाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी हुई थी. इस वजह से उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. हवाओं का रुख भी उत्तरी बना हुआ है. इसके चलते मध्य प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है. वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है. इस कमजोर मौसम प्रणाली के गुरुवार को उत्तर भारत से आगे बढ़ जाने की संभावना है. इसके बाद मध्य प्रदेश में रात के तापमान में और गिरावट होने की संभावना है. इस दौरान भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में सुबह कोहरा भी छाने के आसार हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी में शीतलहर के चलते कई जिलों में स्कूलों के समय बदले, जबलपुर में भी सुबह 9 बजे..
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