पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में डाक्टर मुनीश्वरचंद डावर को भारत सरकार द्वारा पदमश्री अवार्ड से सम्मानित किया है. डाक्टर डावर को पद्मश्री मिलने पर आज गणतंत्र दिवस समारोह में सीएम शिवराजसिंह चौहान ने भी उन्हे सम्मानित किया.
बताया गया है कि जबलपुर में करीब 50 वर्ष पहले दो रुपए फीस लेकर मरीजों का इलाज शुरु किया. आज भी डाक्टर डावर 20 रुपए फीस लेकर मरीजों का बेहतर इलाज कर रहे है. डाक्टर सेना में भी अपने सेवाएं दे चुकी है, 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान उनकी पोस्टिंग बांग्लादेश में थी. जैसे ही डाक्टर डावर को पद्मश्री मिलने की खबर आई तो उन्हे बधाई देने वालों का तांता लग गया. उन्होने इस बात का भी जिक्र किया किा कम फीस लेकर लोगों की सेवा करने की प्रेरणा अपने शिक्षक से मिली थी, उन्होने कहा था कि डॉक्टर बनने के बाद कभी किसी को निचोडऩा नहीं. उनकी प्रेरणा के बाद समाज सेवा में निरंतर जुटा हूं, मैने अपने सेवाभाव से कभी कोई समझौता नहीं किया है.
पाकिस्तान में जन्म हुआ, जबलपुर में मिली डाक्टर की डिग्री-
डाक्टर एमसी डावर का जन्म 1946 में पाकिस्तान में हुआ था, वे डेढ़ वर्ष के थे, तब पिता का निधन हो गया. परिजनों क ी मदद से स्कूल की पढ़ाई पंजाब के जालधंर से ही. इसेक बाद एमपी के जबलपुर से उन्होने एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की.
इस तरह बढाई फीस-
डाक्टर डावर ने नवम्बर 1972 में शुरुआत की तो दो रुपए फीस लेना शुरु किया, 1986 तक दो रुपए ही लेते रहे. इसके बाद 3 रुपए लेना शुरु किया. 1997 में 5 रुपए, फिर 2012 मेें 10 रुपए लेना शुरु किया. दो साल पहले डाक्टर डावर ने 20 रुपए फीस लेना शुरु किया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सीएम शिवराजसिंह चौहान ने जबलपुर में किया ध्वजारोहण, कहा तेजी से आगे बढ़ रहा है अपना मध्यप्रदेश..!
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